मुंबई: महाराष्ट्र में भाजपा विधायक नितेश राणे ने एक विशेष समुदाय को लेकर बेतुका बयान दिया है. राणे ने महायुति सरकार से मांग की है कि 2 से अधिक बच्चों वाले मुस्लिम परिवारों को माझी लड़की बहिन योजना का लाभ नहीं दिया जाना चाहिए. नितेश राणे ने यह भी दावा किया कि मुस्लिम परिवार बड़ी संख्या में हर सरकारी योजना का लाभ उठाते हैं. भाजपा नेता ने सवाल किया कि जब वे (मुस्लिम) वोट देते हैं तो उन्हें हिंदुत्व नहीं चाहिए, उन्हें मोदी नहीं चाहिए, तो आप सरकारी योजनाओं का लाभ क्यों उठाते हैं?
इस बयान के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) ने नितेश राणे की आलोचना की है. सपा विधायक रईस शेख ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि अब तक मुस्लिम वोटों का हमेशा अपने फायदे के लिए राजनीतिकरण किया जाता रहा है. लेकिन जब से मुस्लिम समुदाय को बार-बार निशाना बनाया जा रहा है, अब हमारा समाज भी इस राजनीति से थक चुका है.
मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए बयान
रईस शेख ने कहा कि नितेश राणे का बयान बहुत गलत है. इससे पहले भी वह कई बार भड़काऊ भाषण देकर दो समुदायों के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर चुके हैं. उन्होंने कई बार इसकी शिकायत भी की है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसा बयान देने से पहले नितेश राणे को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के बयान का अध्ययन करना चाहिए. कुछ दिन पहले मोहन भागवत ने लोगों से कहा था कि उन्हें तीन बच्चे पैदा करने चाहिए. तो उनके बयान का क्या मतलब था? क्या सभी के लिए वे सुविधाएं बंद हो जाएंगी?
शेख ने आगे कहा कि नितेश राणे, गोपीचंद पडलकर और सदाभाऊ खोत मंत्रिमंडल की दौड़ में हैं. इन नेताओं ने मंत्रिमंडल में जगह पाने के लिए बार-बार इस तरह के निम्न स्तर के बयान दिए हैं. लेकिन इन नेताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है, जो बहुत ही गलत बात है.
क्या सीएम फडणवीस ऐसे बयान का समर्थन करते हैं?
राजनीतिक विश्लेषक विजय चोरमारे ने कहा कि नितेश राणे ने बार-बार इस तरह के बयान दिए हैं. इससे पहले भी नितेश राणे ने कहा था, "केवल हिंदुओं के साथ व्यापार करो, मुसलमानों के साथ सौदा मत करो". साथ ही धार्मिक सद्भाव में विश्वास नहीं रखते. इस पर अजित पवार ने भी कहा था कि किसी भी सामाजिक समूह के खिलाफ बयानबाजी कभी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हिंदुत्व के मुद्दे पर आक्रामक तरीके से लड़ते हुए दूसरी तरफ नितेश राणे मुस्लिम समुदाय को निशाना बना रहे हैं. जबकि यह पूरी तरह से स्पष्ट है कि लड़की बहिन योजना का लाभ किसे मिलना चाहिए और किसे नहीं, मुस्लिम समुदाय को इस योजना से बाहर नहीं रखा जा सकता.
उन्होंने कहा कि नितेश राणे को यह अधिकार नहीं है. फिर भी, बार-बार ऐसे भड़काऊ बयान देने के बावजूद नितेश राणे के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. क्या इसका मतलब यह है कि पूर्व गृह मंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस नितेश राणे के बयान का समर्थन करते हैं? उन्होंने यह भी कहा है कि इस तरह से एक समुदाय को निशाना बनाना और वोट की राजनीति करना सही नहीं है.
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