छिन्दवाड़ा : सनातन धर्म के महा पर्व महाकुंभ में करोड़ों लोगों ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में डुबकियां लगाईं. कुछ लोग मजबूरी में वहां नहीं पहुंच पाए तो कुछ ऐसे थे जिनका वहां जाना नामुमकिन था. जेल में बंद ऐसे ही कैदियों ने जब महाकुंभ में नहाने की इच्छा जाहिर की, तो छिंदवाड़ा जिला जेल प्रशासन ने इंसानियत के नाते जेल में ही महाकुंभ का प्रबंध कर दिया. जिला जेल प्रबंधन ने ऐसा जुगाड़ किया कि 500 से ज्यादा कैदियों ने जेल के अंदर ही त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा ली. आइए जानते हैं कैसे
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जेल के अंदर महाकुंभ स्नान
जेल अधीक्षक यजुबेंद्र बाघमारे ने बताया, '' पूरा देश और सनातन धर्म को मानने वाले लोगों ने प्रयागराज महाकुंभ में डुबकी लगाई. वहीं, छिंदवाड़ा जिला जेल में बंद कैदियों को मलाल था कि वे भी प्रयागराज संगम में डुबकी लगाने से चूक रहे हैं और ऐसा मौका दोबारा नहीं आएगा. जिसके बाद जेल प्रबंधन ने त्रिवेणी संगम प्रयागराज से जल मंगा कर जेल के अंदर एक अस्थाई कुंड बनाया और उसमें जल मिलाकर महाकुंभ स्नान का आयोजन किया. इसमें 549 कैदियों ने स्नान किया.
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जेल के अंदर भजन कीर्तन के साथ महाकुंभ का माहौल
बनाए गए कृत्रिम कुंड में मंत्रोच्चार के साथ गंगा जल मिलाया गया, जिसमें कैदियों ने डुबकी लगाई. महाशिवरात्रि के अवसर पर धार्मिक आयोजन के बीच पुरुष बंदियों ने त्रिवेणी संगम से लाए गए गंगा जल से स्नान किया. इसी के साथ जिला जेल में भगवान शिव की पूजा अर्चना की गई. स्नान के साथ छिंदवाड़ा जेल में महाशिवरात्रि पर विशेष आयोजन किया गया था. इस अवसर पर बंदियों ने भजन कीर्तन किया.
हर धर्म के कैदियों के लिए होता है आयोजन
जेल सहायक अधीक्षक आशीष मंजना ने बताया, '' 144 साल बाद बने संयोग में महाकुंभ के स्नान से बंदी वंचित न रह जाएं इस उद्देश्य से प्रयागराज से गंगा जल लाकर सभी बंदियों को जेल में ही स्नान कराया गया है. जेल प्रबंधन द्वारा हर धर्म और समुदाय के कैदियों का ख्याल रखा जाता है. रमजान के मौके पर जेल के अंदर ही रोजा इफ्तारी और ईद मिलन का कार्यक्रम किया जाता है. इसके साथ ही क्रिसमस और सभी धर्मों के त्योहारों को जिला जेल की भीतर ही पूरी परंपरा के अनुसार मनाया जाता है जिससे किसी भी कैदी की धार्मिक भावना आहत न हो.''
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