कानपुर: आयकर विभाग की ओर से कानपुर के तंबाकू कारोबारी मुन्ना मिश्रा के दिल्ली स्थित आवास से शनिवार को आयकर अफसरों को महंगी घड़ियां, ज्वैलरी व कारें मिली थीं. उसी के कुछ देर बाद परिसर में एक चमचमाती प्रिया स्कूटर खड़ी मिली. सालों पहले भले ही बाजार में यह स्कूटर आना बंद हो गई हो पर बंशीधर तंबाकू कंपनी के मालिक मुन्ना मिश्रा के घर पर स्कूटर ऐसी हालत में दिख रही थी मानो शोरूम से निकली हो. हर कार की तरह स्कूटर का नंबर भी 4018 था. जब आयकर अफसरों ने स्कूटर को लेकर मुन्ना मिश्रा के परिजनों से बात की तो सामने आया कि यह स्कूटर मुन्ना मिश्रा के पास तब से है, जब वह अपने कारोबार को बढ़ाने की जुगत में थे. उन्होंने इस स्कूटर को लकी स्कूटर माना और सालों तक स्कूटर से ही अपना कारोबार किया इसीलिए, स्कूटर को हमेशा शोरूम स्टाइल में रखा जाता था. इसकी हर साल सिल्वर कोटिंग कराई जाती थी ताकि यह चमचमाती रहे.
100 साल पुराना पैतृक कारोबार है: नयागंज के ही किराना व्यापारी अवधेश बाजपेई (व्यापार मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारी) से जब मुन्ना मिश्रा को लेकर बात की गई तो उन्होंने बताया कि कानपुर में बंशीधर तंबाकू कंपनी का यह 100 साल से भी ज्यादा पुराना कारोबार रहा है. मुन्ना मिश्रा नयागंज की गलियों में जब गुजरते थे तो सभी से बेहद सरलता से मिलते थे. उनका स्वभाव हमेशा से मिलनसार रहा है. जब उन्होंने पान मसाला कारोबारियों से संपर्क किया तो यह सबसे पहले गुजरात गए जहां इनका कारोबार अचानक बढ़ गया. करीब 10 साल पहले ही वह कानपुर को छोड़कर परिवार सहित दिल्ली शिफ्ट हो गए थे. कानपुर में केवल अब उनकी कंपनी का कार्यालय है.
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