रायपुर: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर सोमवार को गांधी चौक स्थित कांग्रेस भवन में कांग्रेस की प्रेसवार्ता हुई. इसमें भारत जोड़ो यात्रा समिति के चेयरमैन विकास उपाध्याय ने राहुल गांधी की न्याय यात्रा के रूट मैप पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि, "वर्तमान की भाजपा सरकार विपक्ष को दबाना चाहती है. महंगाई, बेरोजगारी और अन्य मुद्दों को लेकर राहुल गांधी की न्याय यात्रा की शुरुआत की गई है."
राहुल गांधी की न्याय यात्रा का रूट मैप: प्रेसवार्ता के दौरान विकास उपाध्याय ने कहा कि, "भारत जोड़ो न्याय यात्रा 8 फरवरी को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में प्रवेश करने वाली है. 9 और 10 फरवरी को दो दिन आराम करने के बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा अगले पड़ाव के लिए 11 फरवरी को रायगढ़, सक्ती, कोरबा होते हुए अंबिकापुर के रास्ते उत्तर प्रदेश में प्रवेश करेगी. छत्तीसगढ़ में राहुल गांधी की न्याय यात्रा 7 जिलों से 536 किलोमीटर होकर गुजरेगी. राहुल गांधी की 67 दिनों में ये यात्रा 110 जिला, 100 लोकसभा क्षेत्र और 337 विधानसभा क्षेत्र से होकर गुजरेगी."
वर्तमान की भाजपा सरकार विपक्ष को दबाना चाहती है. वर्तमान में पेट्रोल-डीजल और गैस के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. अन्य खाद्य पदार्थों की कीमत भी बढ़ रहे हैं. भाजपा की सरकार इन सब मुद्दों पर बात नहीं करना चाहती. विपक्ष को दबाने का काम भारतीय जनता पार्टी कर रही है. बीजेपी की सरकार राज्य की सरकारी नहीं बल्कि केंद्र की सरकार भी राहुल गांधी जी की न्याय यात्रा पर पैनी नजर बनाए हुए है. -विकास उपाध्याय, चेयरमेन, भारत जोड़ो न्याय यात्रा समिति, छत्तीसगढ़
राहुल गांधी की यात्रा से डर गई है बीजेपी: आगे विकास उपाध्याय ने कहा कि, "भूखमरी, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों की बदहाली, सांप्रदायिक द्वेष के दौर में राहुल गांधी जी की न्याय पदयात्रा लोगों के जख्मों में मरहम लगाने का काम करेगी. राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की शुरुआत होने से भाजपा डर गई है. मणिपुर सरकार ने इंफाल में यात्रा की शुरुआत के लिए पहले तो अनुमति देने से मना कर दिया था, जब अनुमति दी गई तो उसमें शर्तें भी लगा दी गई थी. असम की भाजपा सरकार ने यात्रा में बाधा पहुंचने के लिए कई हथकंडे भी अपनाए थे. केंद्र की मोदी सरकार अपने खिलाफ उठने वाली हर आवाज को दबाना चाहती है."
बता दें कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा 14 जनवरी 2024 को मणिपुर मुंबई से शुरू हुई. यह यात्रा 67 दिनों में 110 जिलों से गुजरते हुए 6700 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तय करेगी. 8 फरवरी को ये यात्रा छत्तीसगढ़ में प्रवेश करेगी.