नई दिल्ली : चुनाव आयोग की ओर से नो योर कैंडिडेट (KYC) नाम से एक नया मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया गया है. पोल वॉचडॉग के इस ऐप के माध्यम से मतदाताओं को यह पता चल सकेगा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में किसी चुनावी उम्मीदवार का आपराधिक इतिहास है या नहीं. मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि एप्लिकेशन को एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफार्मों पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध कराया गया है.
नए मोबाइल एप्लिकेशन पर पोल पैनल प्रमुख ने कहा, 'हम एक नया मोबाइल एप्लिकेशन लेकर आए हैं, जो मतदाताओं को यह पता लगाने में सक्षम करेगा कि लोकसभा में उनका प्रतिनिधित्व करने की दावेदारी करने वाले उम्मीदवार की आपराधिक पृष्ठभूमि है या नहीं. एप्लिकेशन को 'नो योर कैंडिडेट' या 'केवाईसी' ('Know Your Candidate' or 'KYC')कहा जाता है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयोग ने घोषणा की कि लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे, जबकि चार राज्यों - आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल और सिक्किम - के विधानसभा चुनाव भी एक साथ अलग-अलग चरणों में होंगे. केवाईसी ऐप पर अधिक विवरण साझा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि मतदाताओं को अपने निर्वाचन क्षेत्रों के उम्मीदवारों के आपराधिक रिकॉर्ड, यदि कोई हो, के साथ-साथ उनकी संपत्ति और देनदारियों के बारे में जानने का अधिकार है.
मतदाता अब आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की संपत्तियों और देनदारियों की भी जांच कर सकते हैं. कुमार ने कहा, 'इस संबंध में सभी प्रासंगिक जानकारी इस एप्लिकेशन पर उपलब्ध कराई जाएगी.' उन्होंने कहा कि ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारने वाली पार्टियों को फैसले के पीछे का तर्क भी बताना होगा, जबकि आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवारों को भी सारी जानकारी सार्वजनिक डोमेन में लानी होगी.
ऐसे दागी उम्मीदवारों को टिकट देने वाली पार्टियों को यह बताना होगा कि उन्होंने अन्य अधिक योग्य दावेदारों के बजाय उन्हें क्यों चुना. मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, 'उन्हें आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार के चयन का आधार स्पष्ट रूप से बताना होगा.' अपने उम्मीदवार को जानें (केवाईसी) ऐप गूगल प्ले स्टोर और ऐप्पल ऐप स्टोर दोनों पर उपलब्ध है. चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर पोस्ट किया है और साथ ही ऐप डाउनलोड करने के लिए क्यूआर कोड भी साझा किया है.