अंबाला: हरियाणा में किसान आंदोलन पार्ट 2 का हिस्सा बने युवा किसानों के लिए अब एक और मुसीबत खड़ी हो सकती है. पुलिस ऐसे किसानों का पासपोर्ट और वीजा रद्द करने की कार्रवाई कर रही है जो बॉर्डर पर किसी तरह की तोड़फोड़ या उपद्रव में शामिल थे. पुलिस ने ड्रोन और सीसीटीवी वीडियो के आधार पर इन किसानों की पहचान करके उनकी जानकारी पासपोर्ट ऑफिस समेत दूतावासों में भेजेगी.
पिछले 13 फरवरी से किसान हरियाणा में अंबाला के शंभू बॉर्डर और जींद के खनौरी बॉर्डर पर बैठे हैं. इस बीच कई बार किसानों ने पुलिस के बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प भी हुई. किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए तो किसानों ने भी पुलिस पर पथराव किया. हरियाणा पुलिस ने बॉर्डर पर बैरिकेडिंग करके किसानों को दिल्ली जाने से रोक दिया है.
अंबाला पुलिस का कहना है कि जो किसान शंभू बॉर्डर पर दिल्ली कूच करने के लिए किसी भी तरह का उपद्रव मचाने में शामिल रहे हैं, उनकी पहचान करके उनके कार्रवाई की जायेगी. उनकी सभी जानकारी पासपोर्ट ऑफिस में भेजकर उनके पासपोर्ट और वीजा रद्द करने के लिए कहा जायेगा. बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस द्वारा लगाये गये बड़े-बड़े ड्रोन कैमरों से उनकी पहचान की जा रही है.
अंबाला पुलिस ने ऐसे कई किसानों की फोटो भी जारी की है, जो बॉर्डर पर उपद्रव करते दिखाई दे रहे हैं. इन सभी फोटो की जानकारी अंबाला पुलिस पासपोर्ट कार्यालय के साथ-साथ, मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स और एम्बेसी से साझा कर रही है. पुलिस ने शंभु बॉर्डर पर सीसीटीवी कैमरे लगा रखे हैं. इसके अलावा हर गतिविधि की ड्रोन कैमरों से रिकॉर्डिंग की जा रही है.
अंबाला के डीसीपी जोगिन्दर शर्मा ने बताया कि जो भी हरियाणा की तरफ बढ़कर किसी भी तरह के उपद्रव करना, जैसे-बैरिकेड तोड़ना आदि में शामिल रहा है, हमने उनकी सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों की मदद से पहचान की है. उन लोगों के खिलाफ हम विदेश मंत्रालय, पासपोर्ट ऑफिस और दूतावासों में कार्रवाई के लिए भेजेंगे.
ये भी पढ़ें:
- अंबाला में शंभू बॉर्डर पर बवाल, दिल्ली कूच से पहले किसानों और पुलिस में भिड़ंत, ड्रोन से दागे गए आंसू गैस के गोले
- शंभू बॉर्डर पर बैरिकेड तोड़ने के लिए हैवी मशीनें लेकर पहुंचे किसान, DGP बोले- पुलिसकर्मियों की जान को खतरा
- किसान आंदोलन को लेकर हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर पर प्रशासन सख्त, शंभू बॉर्डर से कूच करने की तैयारी में किसान
- 29 फरवरी तक सरकार को अल्टीमेटम, समाधान नहीं होने पर 14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत करेंगे देशभर के किसान