मुजफ्फरनगर: वाराणसी से यूपी बोर्ड हाईस्कूल की कापियों को लेकर मुजफ्फरनगर आई टीम में शामिल शिक्षक और पुलिसकर्मी में खैनी खाने को लेकर बहस हो गई. जिसके बाद पुलिसकर्मी ने शिक्षक पर कार्बाइन से अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं. शिक्षक की मौत हो गई. आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया है. साथ ही कार्बाइन भी जब्त कर ली है.
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि 17-18 मार्च की रात थाना सिविल लाईंस को सूचना मिली कि हेड कांस्टेबल(मुख्य आरक्षी) चन्द्रप्रकाश ने अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार गोली मार दी है. सूचना पर थाना सिविल लाइंन पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची. बताया कि वाराणसी से टीम में शामिल अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार, संतोष कुमार, पुलिसकर्मी नागेन्द्र चौहान, चन्द्रप्रकाश तथा दो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जितेन्द्र मौर्य व कृष्णप्रताप 14 मार्च को हाईस्कूल परीक्षा की कॉपी लेकर चले थे.
रास्ते में प्रयागराज, शहाजहांपुर, पीलीभीत, मुरादाबाद, बिजनौर में कॉपियां उतारकर 17 और 18 मार्च की रात मुजफ्फरनगर पहुंचे थे. एसडी इंटर कॉलेज का दरवाजा बंद होने के कारण गाड़ी में ही विश्राम कर रहे थे. गाड़ी में आगे ड्राईवर के साथ उनि नागेन्द्र चौहान व अध्यापक संतोष कुमार थे तथा पीछे मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश, अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार के साथ दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी थे.
एसपी सिटी ने बताया अभी तक यही जानकारी हुई है कि मुख्य आरक्षी चन्द्रप्रकाश शराब के नशे में था तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारीयों से बार-बार तम्बाकू मांग रहा था. किसी को आराम नहीं करने दे रहा था. जब अध्यापक धर्मेन्द्र कुमार द्वारा इस पर आपत्ति की गई तो चन्द्रप्रकाश आपा खो बैठा. उसने कार्बाइन से कई राउंड फायर शिक्षक धर्मेंद्र पर कर दिए. धर्मेन्द्र को अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. धर्मेंद्र रामगढ़, चंदौली के रहने वाले थे. इस मामले में पुलिस ने मौजूद सभी लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस कर्मियों के शस्त्र कब्जे में ले लिए हैं.
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