चंद्रपुर, [महाराष्ट्र]: महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर चंद्रपुर जिले में एक हृदय विदारक घटना घटी है. राजुरा और सावली में हुई अलग-अलग घटनाओं में नदी में स्नान करने गए छह लोगों की डूबने से मौत हो गई. इस दुर्भाग्यपूर्ण खबर से पूरे जिले में शोक की लहर दौड़ गई है.
सावली में एक ही परिवार पर टूटा पहाड़
सावली में हुई घटना में चंद्रपुर शहर के बाबू पेठ इलाके के मंडल परिवार की तीन जवान बेटियों की जान चली गई. मंडल परिवार महाशिवरात्रि के अवसर पर मारकंडा स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर में दर्शन के लिए गया था. गढ़चिरौली से गुजरते समय उन्होंने व्याहाड बुज में वैनगंगा नदी में स्नान करने का निर्णय लिया.
पीड़ितों की पहचान प्रतिमा प्रकाश मंडल (23 वर्ष), कविता प्रकाश मंडल (21 वर्ष) और लिपिका प्रकाश मंडल (18 वर्ष) के रूप में हुई है. जानकारी के अनुसार, तीनों बहनें अपने चाचा, चाची और उनके चार साल के बेटे के साथ नदी में नहा रही थीं. अचानक, एक बहन तेज बहाव में बह गई. उसे बचाने के प्रयास में बाकी दो बहनें भी बह गईं.
चाचा ने अपनी जान पर खेलकर पहले अपने डूबते हुए चार साल के बेटे को बचाया और फिर अपनी पत्नी को सुरक्षित निकाला. लेकिन दुर्भाग्यवश, वे तीनों बहनों को बचाने में असफल रहे. सावली में आपदा समूह के नितिन पाल ने नदी में फंसी एक अन्य महिला को बचाने में सफलता हासिल की.
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू कर दिया. हालांकि, खबर लिखे जाने तक तीनों बहनों के शव बरामद नहीं हो पाए थे, और तलाशी अभियान जारी था.
राजुरा में तीन युवकों की दर्दनाक मौत
राजुरा तालुका में भी महाशिवरात्रि पर एक दुखद हादसा हुआ. वर्धा नदी में स्नान करने गए एक ही गांव के तीन युवकों की डूबने से मौत हो गई. मृतकों की पहचान तुषार शालिक आत्राम (17 वर्ष), मंगेश बंडू चणकपुरे (20 वर्ष) और अनिकेत शंकर कोडापे (18 वर्ष) के रूप में हुई है, जो सभी चूनाला गांव के निवासी थे.
बताया जाता है कि तीनों युवक नदी की गहराई और बहाव का अंदाजा नहीं लगा पाए, जिसके कारण वे डूबने लगे. उनकी चीख-पुकार सुनकर पास में मौजूद रामचंद्र रागी नामक व्यक्ति ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह असफल रहा.
घटना की जानकारी मिलते ही चुनाला के सरपंच बालनाथ वडसकर ने राजुरा पुलिस को सूचित किया. घटनास्थल बल्लारपुर पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में आने के कारण, बल्लारपुर पुलिस भी मौके पर पहुंची. राजुरा तहसीलदार डॉ. ओमप्रकाश गोंड ने आपदा विभाग, चंद्रपुर से मदद मांगी और तलाशी अभियान शुरू किया गया. तलाशी के दौरान तुषार शालिक आत्राम का शव बरामद हो गया है, जबकि बाकी दो युवकों के शव अभी तक नहीं मिले हैं.
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