Lucknow: Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav on Sunday said that the extension of the ongoing nationwide lockdown will be meaningful only if COVID-19 testing is intensified and people get access to essential items.
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लॉक डाउन को बढ़ाये जाने की तार्किक माँग, तब ही सार्थक साबित होगी जब कोरोना की सघन जाँच हो व स्वास्थ्यकर्मियों को चतुर्दिक सुरक्षा तथा जनता को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति मिल सके.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 12, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
नकदी की समस्या को खत्म करने के लिए बैंकों के साथ गाँव-मुहल्ले, कॉलोनी स्तर पर व्यवस्था करनी होगी.
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 12, 2020
नकदी की समस्या को खत्म करने के लिए बैंकों के साथ गाँव-मुहल्ले, कॉलोनी स्तर पर व्यवस्था करनी होगी.लॉक डाउन को बढ़ाये जाने की तार्किक माँग, तब ही सार्थक साबित होगी जब कोरोना की सघन जाँच हो व स्वास्थ्यकर्मियों को चतुर्दिक सुरक्षा तथा जनता को आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति मिल सके.
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नकदी की समस्या को खत्म करने के लिए बैंकों के साथ गाँव-मुहल्ले, कॉलोनी स्तर पर व्यवस्था करनी होगी.
"The demand to extend the lockdown will be meaningful only if COVID-19 testing is intensified, health workers get protection and the public gets access to essential items," the former Uttar Pradesh chief minister said in a tweet in Hindi.
"To end the problem of cash crunch, arrangements have to be made at village and colony level along with banks," he said.
In another tweet, the SP chief took a jibe at the state government for changing the emergency response number from 100 to 112.
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दूरदर्शी व्यवस्थाओं का महत्व आपदा के समय ही समझ आता है. नाम या नम्बर बदलने पर भी इनसे जिनकी सहायता होती है व जिनका जीवन बचता है, वे सदैव इनके पीछे के मूल प्रेरक को ही याद करते हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 12, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
ऐसी जन-कल्याणकारी व्यवस्थाओं की सफलता देखकर अपने कार्यों के प्रति बेहद संतोष होता है व ख़ुशी भी. pic.twitter.com/2gaBKy6t3V
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— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 12, 2020
ऐसी जन-कल्याणकारी व्यवस्थाओं की सफलता देखकर अपने कार्यों के प्रति बेहद संतोष होता है व ख़ुशी भी. pic.twitter.com/2gaBKy6t3Vदूरदर्शी व्यवस्थाओं का महत्व आपदा के समय ही समझ आता है. नाम या नम्बर बदलने पर भी इनसे जिनकी सहायता होती है व जिनका जीवन बचता है, वे सदैव इनके पीछे के मूल प्रेरक को ही याद करते हैं.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 12, 2020
ऐसी जन-कल्याणकारी व्यवस्थाओं की सफलता देखकर अपने कार्यों के प्रति बेहद संतोष होता है व ख़ुशी भी. pic.twitter.com/2gaBKy6t3V
"Even after changing the name or the number, those who are helped, those whose lives are saved, they always remember the original motivator. The success of these public welfare systems gives immense satisfaction about our own work," he tweeted.
On October 26, last year Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath had launched an all-encompassing emergency helpline number '112' to access police, fire brigade, ambulance and other services under the Emergency Response Support System here.
He also launched a senior citizen safety initiative Savera'. Dial 100' was launched by the Akhilesh Yadav government in 2016.
"This single helpline number 112 will reduce the response time. Route chart of 112 should be prepared and positioning at district, station level should be done," Adityanath had said at the launch event.
He said people do not need to remember different numbers for different tasks now. All emergency services have been integrated for the task.
(PTI REPORT)
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