Unnao: A former IAS officer-turned-activist has been booked by Unnao police for allegedly making false propaganda against the state government by tweeting a seven-year-old photograph of bodies floating in the Ganga in Unnao and claiming them to be recent ones spotted in the river in Ballia.
In an FIR at Unnao Sadar Kotwali police station, the 1982-batch former IAS officer, Surya Pratap Singh, has also been accused of claiming on social media that 67 bodies were buried on the Ganga banks at Unnao using earthmovers and without performing last rites.
Police said the case was lodged on May 13 following several complaints by locals who alleged that by making such an irresponsible tweet, he vitiated the atmosphere in the district.
During the preliminary probe, the Unnao police found that the photograph tweeted by Singh dated back to January 13, 2014, in which around 100 bodies were seen floating on the Ganga in Unnao's Pariyar Ghat."
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जल्द ही मुझे हिस्ट्रीशीटर घोषित कर मुझपर 50 हज़ार का इनाम रख दिया जाए।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
वैसे ट्वीट करने से अगर ‘छवि की हत्या’ हो रही हो तो 302 के तहत मुझपर हत्या का मुक़दमा भी चलाया जा सकता है।
संविधान की कठोरतम धाराएँ लगाइए, क्रूरता में किसी प्रकार की कमी ना रह जाए।
">जल्द ही मुझे हिस्ट्रीशीटर घोषित कर मुझपर 50 हज़ार का इनाम रख दिया जाए।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
वैसे ट्वीट करने से अगर ‘छवि की हत्या’ हो रही हो तो 302 के तहत मुझपर हत्या का मुक़दमा भी चलाया जा सकता है।
संविधान की कठोरतम धाराएँ लगाइए, क्रूरता में किसी प्रकार की कमी ना रह जाए।जल्द ही मुझे हिस्ट्रीशीटर घोषित कर मुझपर 50 हज़ार का इनाम रख दिया जाए।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
वैसे ट्वीट करने से अगर ‘छवि की हत्या’ हो रही हो तो 302 के तहत मुझपर हत्या का मुक़दमा भी चलाया जा सकता है।
संविधान की कठोरतम धाराएँ लगाइए, क्रूरता में किसी प्रकार की कमी ना रह जाए।
Meanwhile, releasing a video message, Singh said, "I am the biggest criminal in Uttar Pradesh. My crime is that I have sought beds, oxygen and medicines. My crime is that I have demanded dignified disposal of bodies."
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नमस्कार!
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
मैं उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा अपराधी सूर्यप्रताप सिंह बोल रहा हूँ।
मेरा अपराध है की मैंने जनता के लिए बेड, आक्सीजन और दवाइयों की माँग की..
मेरा अपराध है की मैंने जनता के शवों का सम्मान से अंतिम संस्कार करने की माँग की..
दो मिनट मेरी बात जरूर सुनें सरकार। pic.twitter.com/TmcMRStLh2
">नमस्कार!
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
मैं उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा अपराधी सूर्यप्रताप सिंह बोल रहा हूँ।
मेरा अपराध है की मैंने जनता के लिए बेड, आक्सीजन और दवाइयों की माँग की..
मेरा अपराध है की मैंने जनता के शवों का सम्मान से अंतिम संस्कार करने की माँग की..
दो मिनट मेरी बात जरूर सुनें सरकार। pic.twitter.com/TmcMRStLh2नमस्कार!
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) May 15, 2021
मैं उत्तरप्रदेश का सबसे बड़ा अपराधी सूर्यप्रताप सिंह बोल रहा हूँ।
मेरा अपराध है की मैंने जनता के लिए बेड, आक्सीजन और दवाइयों की माँग की..
मेरा अपराध है की मैंने जनता के शवों का सम्मान से अंतिम संस्कार करने की माँग की..
दो मिनट मेरी बात जरूर सुनें सरकार। pic.twitter.com/TmcMRStLh2
"The Uttar Pradesh government does not want to listen to the truth. The situation is very gloomy and when I tweeted about the matter, the police booked me for spreading false propaganda," he said in the video.
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