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CPI (Maoist) 'zonal commander' carrying Rs 10 lakh surrenders in Gumla

Bhushan Yadav alias Chandra Bhusan Yadav surrendered to the Jharkhand Police in Gumla. Yadav has been in the wanted list for at least 25 Naxal-related cases and carrying a reward of Rs 10 lakh on his head.

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Published : Sep 20, 2019, 10:26 AM IST

Gumla (Jharkhand): A CPI (Maoist) 'zonal commander' carrying a reward of Rs 10 lakh on his head surrendered to the Jharkhand police in Gumla on Thursday.

CPI(Maoist) 'zonal commander' carrying Rs 10 lakh surrenders in Gumla

Bhushan Yadav alias Chandra Bhusan Yadav surrendered at the police lines here in the presence of Deputy Inspector-General of Police (DIG-Ranchi range) Amol Venukant Homkar, Gumla district Deputy Commissioner Shashi Ranjan, Superintendent of Police Anjani Kumar Jha and CRPF officials.

Yadav, who was active in Latehar and Lohardaga districts and wanted in at least 25 Naxal-related cases, was a 'zonal commander' of Koel Sankh Zone of the CPI (Maoist's) Bihar-Jharkhand Special Area Committee.

He resides in Latehar district and had been active in Naxal activities since 1995-96.

As per the government's surrender policy, Yadav was given a cheque for Rs 10 lakh, the DIG said, adding he would also get other benefits mandated under the surrender policy.

"The Jharkhand government has taken a pledge to make the state free of Naxalism. The relentless pressure put on the Naxalites by the police and government's attractive surrender policies are leading to their arrests or forcing them to surrender," the DIG said.

The Maoist said he surrendered as CPI (Maoist) leaders, instead of using extortion money in the interest of the people were using it in sending their children to good schools while those of lower-rung Naxalites were forced to go to "other" schools.

Also read: India planning to snub Pakistan 'false blip' on kashmir at the UN

Gumla (Jharkhand): A CPI (Maoist) 'zonal commander' carrying a reward of Rs 10 lakh on his head surrendered to the Jharkhand police in Gumla on Thursday.

CPI(Maoist) 'zonal commander' carrying Rs 10 lakh surrenders in Gumla

Bhushan Yadav alias Chandra Bhusan Yadav surrendered at the police lines here in the presence of Deputy Inspector-General of Police (DIG-Ranchi range) Amol Venukant Homkar, Gumla district Deputy Commissioner Shashi Ranjan, Superintendent of Police Anjani Kumar Jha and CRPF officials.

Yadav, who was active in Latehar and Lohardaga districts and wanted in at least 25 Naxal-related cases, was a 'zonal commander' of Koel Sankh Zone of the CPI (Maoist's) Bihar-Jharkhand Special Area Committee.

He resides in Latehar district and had been active in Naxal activities since 1995-96.

As per the government's surrender policy, Yadav was given a cheque for Rs 10 lakh, the DIG said, adding he would also get other benefits mandated under the surrender policy.

"The Jharkhand government has taken a pledge to make the state free of Naxalism. The relentless pressure put on the Naxalites by the police and government's attractive surrender policies are leading to their arrests or forcing them to surrender," the DIG said.

The Maoist said he surrendered as CPI (Maoist) leaders, instead of using extortion money in the interest of the people were using it in sending their children to good schools while those of lower-rung Naxalites were forced to go to "other" schools.

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Intro:गुमला : पुलिस लाइन में बृहस्पतिवार को रांची प्रक्षेत्र के डीआईजी , गुमला डीसी , एसपी एवं सीआरपीएफ 218 बटालियन के अधिकारियों के समक्ष माओवादी संगठन भाकपा (माओ ) के बिहार झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के अन्तर्गत आने वाली बीआरसी ( बिहार रीजनल कमिटी ) ले कोयल संघ जोन के दस लाख का इनामी जोनल कमांडर भूषण यादव उर्फ चंद्र भूषण यादव उर्फ़ भूषण जी ने आत्मसमर्पण कर दिया । इसके साथ ही झारखंड सरकार के द्वारा घोषित आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत आत्मसमर्पण करने वाले भूषण यादव को झारखंड पुलिस के द्वारा दस लाख की इनामी राशि को चेक के माध्यम से दी गई ।


Body:आत्मसमर्पण करने वाले जोनल कमांडर भूषण यादव के विरुद्ध गुमला जिला के चैनपुर ,घाघरा, डुमरी, बिशुनपुर, रायडीह एवं गुरदरी थाना अंतर्गत 17 उग्रवादी कांड , लातेहार जिला के महुआडांड़, बारे साँड़ एवं नेतरहाट थाना में पांच उग्रवादी कांड तथा लोहरदगा जिला के सेन्हा थाना अंतर्गत 02 उग्रवादी कांड दर्ज है । उपरोक्त अधिकांश कांडों में भूषण यादव फरार था जिसको लेकर न्यायालय के द्वारा स्थाई वारंट जारी किया गया है ।
नक्सली भूषण यादव के द्वारा जिन बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया था उसमें
★ सेन्हा कांड संख्या 31/02 दिनांक 16.04.02 ,धारा 147/ 148/ 149/ 363/ 307 /121 /121A/122/123 /379/ 511 भा0द0वी0, 27 आर्म्स एक्ट 3/4 वी0पदा0अधि0 एवमं 17/ 18 सी0एल0ए0 एक्ट । इस कांड में माओवादियों द्वारा 16. 4 .2002 को सेन्हा पुलिस थाना पर हमला करते हुए पुलिस बल के ऊपर जानलेवा हमला ,वितंतु सामग्री एवं हथियार लूटने की नियत से फायरिंग की गई थी ।
★ बिशनपुर थाना कांड संख्या 29/03 दिनांक 19.10.2003 की रात को हिंडालको के गिरधारी माइंस स्थित पुलिस पिकेट पर जानलेवा हमला एवं हथियार लूटे की नियत से फायरिंग की गई थी ।
★ बिशनपुर थाना कांड संख्या07/04 दिनांक 24.02. 2004 को हिंडालको के गुरदरी माइंस स्टेट पुलिस पिकेट पर जानलेवा हमला एवं हत्या लुटे के नियत से फायरिंग की गई थी ।
★ डुमरी कांड संख्या 3/5 दिनांक 6 फरवरी 2005 को झारखंड में विधानसभा चुनाव के दौरान पुलिस बल एवं सीआरपीएफ के ऊपर ग्राम नोगाई के नजदीक जानलेवा हमला एवं हथियार लूटे की नियत से फायरिंग की गई थी ।
★ डुमरी कांड संख्या 4/5 दिनांक 15 फरवरी 2005 को झारखंड विधानसभा चुनाव के समय सेंट जॉन वियानी हाई स्कूल स्थित जैरागी कलस्टर सेंटर रजावल में चुनाव कराने आए आइटीबीपी बल के टाइम पर जानलेवा हमला एवं हथियार लूटे की नियत से फायरिंग की गई थी ।
★ नेतरहाट थाना कांड संख्या 3/8 दिनांक 29 फरवरी 2008 को पलामू डाकबंगला एवं एसटीएफ कैंप नेतरहाट में पुलिस पार्टी के ऊपर जानलेवा हमला एवं हथियार लूटे की नियत से फायरिंग की गई थी ।
★ बारेसाँड़ थाना कांड संख्या 2/2016 दिनांक 15.04.16 को बूढ़ापहाड़ में पुलिस पार्टी के ऊपर जानलेवा हमला एवं हथियार लूटे की नियत से फायरिंग एवं बम विस्फोट किया गया था ।
★ महुआडांड़ थाना कांड संख्या 35/18 दिनांक 13.11.।2018 को लोध फॉल के पास पुल निर्माण कार्य में लगे मशीन, ट्रैक्टर, जनरेटर आदि को जला दिया गया था ।


Conclusion:गुमला पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में रांची के डीआईजी ने संवाददाताओं को बताया कि झारखंड सरकार के द्वारा राज्य को नक्सल मुक्त राज्य बनाने का संकल्प लिया गया है । इसी संकल्प को धरातल पर उतारने के लिए महानिदेशक एवं पुलिस महा निरीक्षक झारखंड रांची के निर्देशानुसार झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, झारखंड जगुआर एवं अन्य अर्धसैनिक बल सभी नक्सली संगठन के खिलाफ चौतरफा करवाई में लगातार परिवर्तनशील है , और इसी दिशा में पुलिस को निरंतर सफलता ही भी मिल रही है । राज्य को नक्सल मुक्त करने के लिए सरकार के महत्वपूर्ण आत्मसमर्पण नीति नई दिशा का सकारात्मक परिणाम भी दिखाई दे रहा है और इसी के तहत आज गुमला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है ।जिसमें बिहार झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के अंतर्गत आने वाले बिहार रिजल्ट कमेटी के कोयल शंख जोन के कमांडर भूषण यादव चंद्र भूषण यादव और भूषण जी ने आज आत्मसमर्पण किया है ।

वहीं आत्मसमर्पण करने वाले जोनल कमांडर भूषण यादव ने मीडिया से कहा कि आत्मसमर्पण करने के पीछे संगठन के शीर्ष में बैठे नेताओं के द्वारा विकास कार्यों में लेवी की राशि वसूलने के बाद उन राशियों को अपने परिवार और बच्चों पर खर्च करना । नीचे स्तर के कैडर में भेदभाव करना एवं अपने बच्चों को महंगे स्कूलों में पढ़ाना और निचले स्तर के कैडरों के बच्चों को ग्रामीण स्कूलों में पढ़ाने एवं कई तरह की बातों को लेकर मन में कुछ बिचारे चल रही थी जिसके बाद संगठन छोड़ने का मन बनाया और उसके बाद आत्मसमर्पण कर दिया ।
बाईट : अमोल वेणुकान्त होमकर ( डीआईजी, राँची )
बाईट: भूषण यादव ( आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली )
पीटूसी : नरेश कुमार ( सवांददाता, गुमला )
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