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Police bust gang of fraudsters in Delhi

The state police have arrested a fraud gang operating in Delhi. The gang allegedly duped people of money after obtaining the OTP numbers of their credit and debit cards.

Delhi police busts gang of fraudsters, arrests 2
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Published : Sep 27, 2019, 2:26 PM IST

New Delhi: The Delhi police have busted a gang that allegedly duped people of money after obtaining the OTP numbers of their credit and debit cards.

"We have arrested two kingpins of the gang. They used to take OTPs from people not well versed with the fund transfer process and then transfer money into their own accounts," said District Commissioner Police (DCP) Anto Alphonse.

Police have recovered 130 passbooks of different banks, 82 debit and credit cards, 104 cheque books, five mobile phones and 25 SIM cards.

The police have recovered 130 passbooks of different banks, 82 debit and credit cards, 104 cheque books, five mobile phones and 25 SIM cards from the two. They were arrested from the Masuri area of Ghaziabad.

Further investigation in the case is underway.

Read:| No government interference in work of investigative agencies: Anurag Thakur

New Delhi: The Delhi police have busted a gang that allegedly duped people of money after obtaining the OTP numbers of their credit and debit cards.

"We have arrested two kingpins of the gang. They used to take OTPs from people not well versed with the fund transfer process and then transfer money into their own accounts," said District Commissioner Police (DCP) Anto Alphonse.

Police have recovered 130 passbooks of different banks, 82 debit and credit cards, 104 cheque books, five mobile phones and 25 SIM cards.

The police have recovered 130 passbooks of different banks, 82 debit and credit cards, 104 cheque books, five mobile phones and 25 SIM cards from the two. They were arrested from the Masuri area of Ghaziabad.

Further investigation in the case is underway.

Read:| No government interference in work of investigative agencies: Anurag Thakur

Intro:गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके में फर्जी तरह से बनाए गए एटीएम कार्ड के जरिए किसान के खाते से मुआवजा की रकम निकालने के मामले में पुलिस ने तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया है। बात दें कि पुलिस इस मामले में पहले ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर पर आरोप है कि एक करोड़ 14 लाख रुपए फर्जीवाड़ा कर खाते से निकालने के मामले में वह भी शामिल थी।

गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके की कललुगड़ी डासना कॉलोनी में रहने वाले तैयब खान ने 4 जुलाई को थाना मसूरी में एक तहरीर दी थी कि उनका खाता यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की डासना शाखा में था। उनकी जमीन का मुआवजा भी उसी खाते में आया था और उन्होंने हमेशा ही बैंक में लेनदेन चेक के जरिए ही किया था। यानी एटीएम का इस्तेमाल नहीं किया था। इतना ही नहीं उन्होंने कभी एटीएम लेने के लिए कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं दिया था। उसके बावजूद भी बैंक कर्मियों की मिलीभगत से गलत तरह से एक एटीएम जारी किया गया। जिसके बाद तैयब खान के खाते से पैसे निकाले गए।

तैयब खान का  पहला मोबाइल नंबर उनके बैंक खाते से अटैच था वह भी पिछले काफी समय से बंद हो गया था। जिसके बाद उन्होंने एक नया नंबर दर्ज कराने के लिए बैंक में प्रार्थना पत्र दिया था। ताकि बैंक की अपडेट उन तक जाती रहे।

तैयब खान का आरोप है कि 10 जून 2019 को उन्होंने अपने बेटे शाहनवाज को पैसे निकालने के लिए और पासबुक में एंट्री कराने के लिए बैंक भेजा था। जिसके बाद उन्हें पता चला कि उनके खाते से एक करोड़ 1,38,3809 रुपए गलत तरीके से निकाले गए हैं। जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। आनन-फानन में इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए इस पूरे मामले की जांच की तो इस पूरे मामले में दोषी सुनील तिवारी व सूरज मंडल उस शम्मी को गिरफ्तार किया था। जिन्हें जेल भेजा जा चुका है। उनके कब्जे से शरीर के खाते से निकाले हुए ₹79,5000 भी बरामद कर लिए थे।

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सीओ सदर अंशु जेन ने बताया। कि पूरे मामले में दोनों गिरफ्तार किए गए शख्स से की गई गहन पूछताछ के बाद पता चला कि तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर द्वारा भी इस मामले में उनका सहयोग किया गया था ।जिसमें दोषी पाते हुए तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है।

बाईट - अंशु जैन /सीओ सदर, गाजियाबादBody:गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके में फर्जी तरह से बनाए गए एटीएम कार्ड के जरिए किसान के खाते से मुआवजा की रकम निकालने के मामले में पुलिस ने तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया है। बात दें कि पुलिस इस मामले में पहले ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर पर आरोप है कि एक करोड़ 14 लाख रुपए फर्जीवाड़ा कर खाते से निकालने के मामले में वह भी शामिल थी।

गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके की कललुगड़ी डासना कॉलोनी में रहने वाले तैयब खान ने 4 जुलाई को थाना मसूरी में एक तहरीर दी थी कि उनका खाता यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की डासना शाखा में था। उनकी जमीन का मुआवजा भी उसी खाते में आया था और उन्होंने हमेशा ही बैंक में लेनदेन चेक के जरिए ही किया था। यानी एटीएम का इस्तेमाल नहीं किया था। इतना ही नहीं उन्होंने कभी एटीएम लेने के लिए कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं दिया था। उसके बावजूद भी बैंक कर्मियों की मिलीभगत से गलत तरह से एक एटीएम जारी किया गया। जिसके बाद तैयब खान के खाते से पैसे निकाले गए।

तैयब खान का  पहला मोबाइल नंबर उनके बैंक खाते से अटैच था वह भी पिछले काफी समय से बंद हो गया था। जिसके बाद उन्होंने एक नया नंबर दर्ज कराने के लिए बैंक में प्रार्थना पत्र दिया था। ताकि बैंक की अपडेट उन तक जाती रहे।

तैयब खान का आरोप है कि 10 जून 2019 को उन्होंने अपने बेटे शाहनवाज को पैसे निकालने के लिए और पासबुक में एंट्री कराने के लिए बैंक भेजा था। जिसके बाद उन्हें पता चला कि उनके खाते से एक करोड़ 1,38,3809 रुपए गलत तरीके से निकाले गए हैं। जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। आनन-फानन में इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए इस पूरे मामले की जांच की तो इस पूरे मामले में दोषी सुनील तिवारी व सूरज मंडल उस शम्मी को गिरफ्तार किया था। जिन्हें जेल भेजा जा चुका है। उनके कब्जे से शरीर के खाते से निकाले हुए ₹79,5000 भी बरामद कर लिए थे।

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सीओ सदर अंशु जेन ने बताया। कि पूरे मामले में दोनों गिरफ्तार किए गए शख्स से की गई गहन पूछताछ के बाद पता चला कि तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर द्वारा भी इस मामले में उनका सहयोग किया गया था ।जिसमें दोषी पाते हुए तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है।

बाईट - अंशु जैन /सीओ सदर, गाजियाबादConclusion:गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके में फर्जी तरह से बनाए गए एटीएम कार्ड के जरिए किसान के खाते से मुआवजा की रकम निकालने के मामले में पुलिस ने तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर को गिरफ्तार किया है। बात दें कि पुलिस इस मामले में पहले ही 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर पर आरोप है कि एक करोड़ 14 लाख रुपए फर्जीवाड़ा कर खाते से निकालने के मामले में वह भी शामिल थी।

गाजियाबाद के थाना मसूरी इलाके की कललुगड़ी डासना कॉलोनी में रहने वाले तैयब खान ने 4 जुलाई को थाना मसूरी में एक तहरीर दी थी कि उनका खाता यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की डासना शाखा में था। उनकी जमीन का मुआवजा भी उसी खाते में आया था और उन्होंने हमेशा ही बैंक में लेनदेन चेक के जरिए ही किया था। यानी एटीएम का इस्तेमाल नहीं किया था। इतना ही नहीं उन्होंने कभी एटीएम लेने के लिए कोई प्रार्थना पत्र भी नहीं दिया था। उसके बावजूद भी बैंक कर्मियों की मिलीभगत से गलत तरह से एक एटीएम जारी किया गया। जिसके बाद तैयब खान के खाते से पैसे निकाले गए।

तैयब खान का  पहला मोबाइल नंबर उनके बैंक खाते से अटैच था वह भी पिछले काफी समय से बंद हो गया था। जिसके बाद उन्होंने एक नया नंबर दर्ज कराने के लिए बैंक में प्रार्थना पत्र दिया था। ताकि बैंक की अपडेट उन तक जाती रहे।

तैयब खान का आरोप है कि 10 जून 2019 को उन्होंने अपने बेटे शाहनवाज को पैसे निकालने के लिए और पासबुक में एंट्री कराने के लिए बैंक भेजा था। जिसके बाद उन्हें पता चला कि उनके खाते से एक करोड़ 1,38,3809 रुपए गलत तरीके से निकाले गए हैं। जैसे ही उन्हें इसकी जानकारी मिली तो उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। आनन-फानन में इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए इस पूरे मामले की जांच की तो इस पूरे मामले में दोषी सुनील तिवारी व सूरज मंडल उस शम्मी को गिरफ्तार किया था। जिन्हें जेल भेजा जा चुका है। उनके कब्जे से शरीर के खाते से निकाले हुए ₹79,5000 भी बरामद कर लिए थे।

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए सीओ सदर अंशु जेन ने बताया। कि पूरे मामले में दोनों गिरफ्तार किए गए शख्स से की गई गहन पूछताछ के बाद पता चला कि तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर द्वारा भी इस मामले में उनका सहयोग किया गया था ।जिसमें दोषी पाते हुए तत्कालीन महिला बैंक मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है।

बाईट - अंशु जैन /सीओ सदर, गाजियाबाद
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