New Delhi: Defence Minister Rajnath Singh on Friday said former prime minister Lal Bahadur Shastri united India through his slogan 'Jai Jawan, Jai Kisan' during the time of war.
He also paid floral tributes to the former premier at his statue at Shastri street in Tashkent in Uzbekistan.
In a series of tweets, Singh said Shastri led India in difficult times and infused new energy into the country through his strong will and determination.
"Through his slogan 'Jai Jawan, Jai Kisan', he united the nation in the time of war and strengthened the feeling of self-esteem, honour and respect among the people of the country," he added.
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‘जय जवान जय किसान’ का आहवाहन करके शास्त्रीजी ने सबको एकजुट किया और युद्ध के समय में हर भारतवासी के मन में मान, सम्मान और स्वाभिमान की भावना को बलवती किया। सादगी, सरलता एवं ईमानदारी की प्रतिमूर्ति शास्त्रीजी ने सार्वजनिक जीवन में शुचिता के नए प्रतिमान गढ़े।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 1, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 1, 2019‘जय जवान जय किसान’ का आहवाहन करके शास्त्रीजी ने सबको एकजुट किया और युद्ध के समय में हर भारतवासी के मन में मान, सम्मान और स्वाभिमान की भावना को बलवती किया। सादगी, सरलता एवं ईमानदारी की प्रतिमूर्ति शास्त्रीजी ने सार्वजनिक जीवन में शुचिता के नए प्रतिमान गढ़े।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 1, 2019
Singh described Shastri as epitome of simplicity and honesty who professed probity in public life.
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आज ताशकंद में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी के प्रति अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने देश का नेतृत्व एक ऐसे नाज़ुक समय में किया जब कई तरह के संकट सामने थे। अपनी दृढ़ संकल्पशक्ति का परिचय देते हुए उन्होंने पूरे देश में एक नई ऊर्ज़ा का संचार किया। pic.twitter.com/em0GKjqkrb
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— Rajnath Singh (@rajnathsingh) November 1, 2019
He also visited the school built in the memory of Shastri and interacted with the children studying there.
The former Indian prime minister breathed his last in Tashkent on January 11, 1966 a day after the Tashkent Agreement was signed between India and Pakistan post the 1965 war.
Singh is on an official visit to Uzbekistan to attend a key meeting of the Shanghai Cooperation Organisation (SCO) and participate in bilateral engagements with the Uzbekistan government.
He will represent India in the meeting of Council of Heads of Government (CHG) of SCO on Saturday.
He will also have bilateral engagements on November 2-3, including a meeting with his Uzbek counterpart Major General Kurbanov Bakhodir Nizamovich.
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