Lucknow: Bahujan Samaj Party president Mayawati on Monday lashed out at the Opposition parties' attempted visit to Srinagar after the scrapping of Jammu and Kashmir's special status.
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1. जैसाकि विदित है कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर हमेशा ही देश की समानता, एकता व अखण्डता के पक्षधर रहे हैं इसलिए वे जम्मू-कश्मीर राज्य में अलग से धारा 370 का प्रावधान करने के कतई भी पक्ष में नहीं थे। इसी खास वजह से बीएसपी ने संसद में इस धारा को हटाये जाने का समर्थन किया।
— Mayawati (@Mayawati) August 26, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— Mayawati (@Mayawati) August 26, 20191. जैसाकि विदित है कि बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर हमेशा ही देश की समानता, एकता व अखण्डता के पक्षधर रहे हैं इसलिए वे जम्मू-कश्मीर राज्य में अलग से धारा 370 का प्रावधान करने के कतई भी पक्ष में नहीं थे। इसी खास वजह से बीएसपी ने संसद में इस धारा को हटाये जाने का समर्थन किया।
— Mayawati (@Mayawati) August 26, 2019
In a series of tweets, Mayawati said: "It is well known that Baba Saheb Dr Bhimrao Ambedkar was in favour of equality, unity and integrity of the country. Hence, he was not in favour of the separate provision of Article 370 for Jammu and Kashmir. Because of this, BSP had supported its scrapping in the Parliament."
The BSP was among the first to extend support to the Centre's move on August 5 to scrap almost all the provisions of Article 370 of the Constitution, which gave special status to the state.
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3. ऐसे में अभी हाल ही में बिना अनुमति के कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं का कश्मीर जाना क्या केन्द्र व वहां के गवर्नर को राजनीति करने का मौका देने जैसा इनका यह कदम नहीं है? वहाँ पर जाने से पहले इस पर भी थोड़ा विचार कर लिया जाता, तो यह उचित होता।
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— Mayawati (@Mayawati) August 26, 20193. ऐसे में अभी हाल ही में बिना अनुमति के कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं का कश्मीर जाना क्या केन्द्र व वहां के गवर्नर को राजनीति करने का मौका देने जैसा इनका यह कदम नहीं है? वहाँ पर जाने से पहले इस पर भी थोड़ा विचार कर लिया जाता, तो यह उचित होता।
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"But after Article 370 came to an end after about 69 years of the implementation of the Constitution, it will take sometime for the situation to become normal there," she said. "It is better to wait a bit, this has also been accepted by the honourable court."
"Under such circumstances, is this step of the leaders of Congress and other parties going to Kashmir without permission not giving the Centre and governor of that state an opportunity to do politics?" Mayawati asked. "It would have been appropriate if it was also taken into consideration before going there."
Mayawati's comments come two days after a 12-member delegation of Opposition party leaders, including Rahul Gandhi of the Congress, had flown to Srinagar, but were detained and sent back.
Read: Opposition leaders, media got taste of 'draconian administration': Rahul