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Kamal Nath caught between Digvijaya Vs Scindia clash

The differences between Jyotiraditya Scindia and Digvijaya Singh to control the Madhya Pradesh Congress Committee has reached Delhi. Responding to the question of ETV Bharat, Rajya Sabha MP Abhishek Manu Singhvi has downplayed the clash between the two senior leaders of the party.

ABS
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Published : Sep 12, 2019, 12:13 PM IST

New Delhi: The Congress-led state government under the leadership of Kamal Nath is stuck between the clash of Jyotiraditya Scindia and Digvijaya Singh.

Kamal Nath turns victim of Digvijaya Vs Scindia

Scindia had a meeting with INC interim president Sonia Gandhi, but he did not come for the meeting.

Responding to the question of ETV Bharat, Rajya Sabha MP Abhishek Manu Singhvi downplayed the news of the clash and said that due to Scindia's busy schedule, he could not attend the meeting.

But media captured various instance of Scindia's supporters showing their aggression against Digvijay Singh on the road.

The conflict started when INC retained the state government power in December 2018. At that time Scindia wanted to become Chief Minister, but due to intervention of Digvijaya Singh, Kamal Nath came into power.

Scindia also wanted to gain control of the Madhya Pradesh Congress Committee, but INC is unable to decide whom to make the president of Pradesh Congress Committee.

Also read: Chalo Atmakur protest: Naidu place under house arrest, several TDP leaders detained

New Delhi: The Congress-led state government under the leadership of Kamal Nath is stuck between the clash of Jyotiraditya Scindia and Digvijaya Singh.

Kamal Nath turns victim of Digvijaya Vs Scindia

Scindia had a meeting with INC interim president Sonia Gandhi, but he did not come for the meeting.

Responding to the question of ETV Bharat, Rajya Sabha MP Abhishek Manu Singhvi downplayed the news of the clash and said that due to Scindia's busy schedule, he could not attend the meeting.

But media captured various instance of Scindia's supporters showing their aggression against Digvijay Singh on the road.

The conflict started when INC retained the state government power in December 2018. At that time Scindia wanted to become Chief Minister, but due to intervention of Digvijaya Singh, Kamal Nath came into power.

Scindia also wanted to gain control of the Madhya Pradesh Congress Committee, but INC is unable to decide whom to make the president of Pradesh Congress Committee.

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मध्यप्रदेश में सिंधिया की नाराजगी से सत्ता की लड़ाई सड़क पर कांग्रेस ने किया इनकार





  Intro:मध्यप्रदेश में दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच टकराव के बीच फंसी कमलनाथ सरकार की फजीहत भोपाल से दिल्ली तक हो रही है. ज्योतिरादित्य सिंधिया लगातार कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने को लेकर टालमटोल का रवैया अख्तियार कर रहे हैं सोमवार को सोनिया गांधी से उनकी मिलने का समय तय था. लेकिन सिंधिया मिलने नहीं आए बुधवार को सिंधिया से टकराव का आरोप झेल रहे दिग्विजय सिंह को सोनिया गांधी से मिलने का अवसर तो नहीं मिला लेकिन पार्टी मुख्यालय में मोतीलाल वोरा मलिकार्जुन खरगे और सोनिया गांधी द्वारा मध्यप्रदेश के लिए बनाए गए अनुशासनात्मक कमेटी के अध्यक्ष ए क एंटोनी के दरबार में दस्तक देना पड़ा .दिग्विजय सिंह पर आरोप है कि वे कमलनाथ सरकार के मंत्रियों पर अपनी धौंस जमाते हैं .

यह आरोप सरकार में वन मंत्री उमंग सिंगार ने खुलेआम मीडिया के सामने लगाया .सिंगार को सिंधिया खेमे का बताया जाता है. एक मंत्री द्वारा अपने ही सरकार पर पार्टी के दूसरे खेमे के नेता द्वारा सुपर सरकार बनने की कोशिश करने के मामले ने पार्टी की फजीहत करा दी.

बताया जाता है कि दिग्विजय सिंह के इस रवैया से ज्योतिराज सिंधिया लंबे समय से नाराज हैं सिंधिया प्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष बनने की चाह लिए हुए हैं लेकिन दिग्विजय उस राह में रोड़ा है मध्य प्रदेश सरकार की फजीहत सड़क पर आ जाने और सिंधिया के इस नाराजगी को कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी सीधे तौर पर खारिज करते हैं.



अभिषेक मनु सिंघवी ने ईटीवी भारत के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सिंधिया की नाराजगी की बात बस मिथ्या प्रचार है. वह दूसरे मामले में व्यस्त थे इसीलिए मीटिंग कैंसिल करनी पड़ी .





Body: अभिषेक मनु सिंघवी दलील कुछ भी दें लेकिन कैमरे से लगातार सिंधिया खेमे के मंत्रियों और समर्थकों द्वारा सड़क पर दिग्विजय सिंह का नाम लेकर उनकी फजीहत करना साफ करता है कि दिग्विजय सिंह और सिंधिया के बीच टकराव में कमलनाथ सरकार कहीं न कहीं पीस रही है. जब दिसंबर 2018 में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की लंबे समय बाद वापसी हुई तो ज्योतिरादित्य सिंधिया मुख्यमंत्री की बनने की ताक में थे. आरोप है कि दिग्विजय सिंह ही उनकी राह में रोड़ा बन गए. कमलनाथ मुख्यमंत्री बन गए .

सिंधिया चाहते थे कि कमलनाथ अध्यक्ष पद छोड़ दें और पार्टी का कमान उनके हाथ में हो .लेकिन पिछले 10 महीने से कांग्रेस आलाकमान यह फैसला नहीं ले पा रहा है .सिंधिया की नाराजगी का यही कारण है .इसे प्रदर्शित करने के लिए सिंधिया खेमा भोपाल से लेकर दिल्ली दरबार तक लगातार सरकार की लड़ाई को सड़क पर लाकर कमलनाथ सरकार की सत्ता की फजीहत करा रही हैं.





Video location: O:\OTHERS\11-Sep-2019\ENGLISH NATIONAL\INPUT\Abhishek Manu Singhvi   


Conclusion:
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