मुंबई - अभिनेता सिद्धांत चतुर्वेदी गुरुवारी कविता वाचण्याच्या मुडमध्ये होता आणि त्याने आपल्या बालपणीची एक झलक इंस्टाग्रामवर शेअर केली. सिद्धांतने एक क्लिप पोस्ट केली आहे ज्यामध्ये तो झोपाळ्यावर बसलेला दिसत आहे. त्याने लिहिलेली कविता अशी आहे, "आखिरी बार झूले पे कब बैठे थे? पेड़ से जामुन कब तोड़े थे? कागज की प्लेन कब उड़ाई थी? कट्टमकुट्टी के खेल में कब जीते थे? (हमेशा ड्रॉ)।"
त्याने पुढे लिहिलंय, "लिखने से ज्यादा तो पेन फाइट में यूज होती थी, टीवी पे देखते पॉपोये, डेक्सटर और बेन-10, गीली रूमाल को घुमा के पटक। कच्चे आम पे नमक और लाल मिर्च का चटक। बचपन तो कल्पना को पंख देता है और जैसे-जैसे बड़े होते हैं ये सिस्टम उस उड़ान को जंग देता है। हॅशटॅग माय नोट्स।"