अस्तित्व खो रहा भारत-तिब्बत व्यापार का साक्षी गड़तांग गली - gartang gali of Uttarakhand
उत्तरकाशी: समुद्रतल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर भारत-चीन सीमा पर स्थित गड़तांग गली की हेरिटेज सीढ़ियां अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं. 17वीं शताब्दी में पेशावर के पठानों ने समुद्रतल से 11 हजार फीट की ऊंचाई पर उत्तरकाशी जिले की नेलांग घाटी में हिमालय की खड़ी पहाड़ी को काटकर दुनिया का सबसे खतरनाक रास्ता तैयार किया था. करीब 150 मीटर लंबा लकड़ी से तैयार यह सीढ़ीनुमा गड़तांग गली भारत-तिब्बत व्यापार का साक्षी रहा है. उत्तरकाशी जिले में जाड़ गंगा घाटी में स्थित सीढ़ीनुमा यह मार्ग दुनिया के सबसे खतरनाक रास्तों में शुमार है.