चमोली आपदा की कहानी 95 साल की अम्मा की जुबानी - उत्तराखंड ग्लेशियर हादसा
चमोली में ग्लेशियर के टूटने से हुए नुकसान का ठीक अनुमान छठे दिन भी नहीं लग सका है. लापता लोगों की तलाश में केंद्रीय एजेंसियां राहत बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं. रैणी गांव में चिपको आंदोलन की नायिका गौरा देवी की सहेली 95 साल की बुजुर्ग डुका देवी और कलावती देवी का कहना है कि 'घटना के समय वह घर के बाहर बैठी हुई थीं. तभी जोरदार बादल के गरजने जैसी आवाज आई. फिर लगा कि पानी का सैलाब बड़ी तेजी से आगे की तरफ बढ़ रहा है. इन सबके कारण पहाड़ियों के बीच धुंध दिखाई देने लगी और उस सफेद धुंध ने पूरे गांव को अपनी आगोश में ले लिया'.