बुजुर्ग मां को बेटों ने किया 'अनाथ', भटकते हुए मिला बेटी का साथ - उत्तराखंड न्यूज
उत्तरकाशी में एक बुजुर्ग मां बेटों द्वारा निकाले जाने के बाद आशियाने की मांग राहगीरों से कर रही हैं. साथ ही एक चौखट से दूसरे चौखट छत की खोज में भटकने को मजबूर हो गई है. बेसहारा मजबूर महिला को इस तरह सड़कों पर भटकते देख एक भले आदमी ने इसकी जानकारी पुलिस को दी. लोगों ने घर का पता मिलने पर बुजुर्ग महिला के बेटों को इत्लाह किया लेकिन किसी ने भी आने से मना कर दिया. किसी तरह से राहगीरों और पुलिस ने बुजुर्ग सुमनी देवी की इस हालत की जानकारी उनकी बेटी तक पहुंचाई, जो उन्हें अपने साथ घर लेकर चली गई हैं. इस तरह की घटना से याद आता है कि किस तरह ये समाज बेटियों को दुत्कारते हुए बेटों को ही बढ़ावा देने में लगा है. बेटों की चाहत में बेटियों को जन्म से पहले ही मारकर लड़कों को तरजीह देना हमारी देश की समाजिक कुरीतियों में से एक है. बेटियों को तो कोख में ही मारते हो, क्या खुद किसी बेटे की कोख से आते हो... इस वाकये के बाद मां का मन जरूर चीख-चीखकर कह रहा होगा - अगले जनम मोहे बिटिया ही दी जो. भगवान ने भी क्या खूब रिश्ता बनाया है, जिन जिम्मेदारियों को बेटे न निभा सके उन्हें बेटियों ने निभाया है...