हाशिए पर लोक कलाकार - Distressed Folk Artist in Lockdown
आज तमाम क्षेत्रीय फिल्में और गीत-गाने बुलेट ट्रेन सी सोच रखने वाले युवाओं को भी अपनी बोली, परंपराओं और संस्कृति से जोड़ रहे हैं. बावजूद इसके लोक कलाकारों का आर्थिक विकास कहीं पीछे छूटता दिखाई दे रहा है. हालात ये हैं कि लॉकडाउन की स्थिति में इन लोक कलाकारों को दो जून की रोटी के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है.