हिंद के योद्धाओं के लिए खास है 'आर्मी बैंड', रणबांकुरों का बढ़ाता है हौसला
तू शेर ए हिंद आगे चल, मरने से तू कभी न डर...ये धुन ही है जो जेंटलमैन कैडेट का हौसला बुलंद करती है. यही पंक्तियां जेंटलमैन कैडेट्स को बतौर सैन्य अधिकारी जीवन भर याद रहती हैं. यही नहीं इन युवा जांबाजों को यही संगीत अपने लक्ष्य से डगमगाने नहीं देता. सेना में आर्मी बैंड का एक खास मकसद भी है और महत्व भी. यही वजह है कि दुनिया भर में सभी सेनाओं का अपना एक आर्मी बैंड जरूर होता है. भारतीय सेना में 50 से ज्यादा सैन्य पीतल के बैंड, 400 पाइप बैंड और ढोल के सैन्य दल शामिल हैं. सामान्य तौर पर एक आर्मी बैंड में एक बैंड मास्टर 33 संगीतकार होते हैं. उधर पाइप बैंड में भी एक बैंड मास्टर और 17 संगीतकार होते हैं. आर्मी बैंड में मौजूद वाद्ययंत्रों के महारथी सेना की विभिन्न गतिविधियों में उसी तरह की धुन देते हैं. इसमें सेना के गीतों से जुड़ी धुन, साहस भरने, गर्व पैदा करने जैसी धुनों को शामिल किया जाता है. भारतीय सेना में मिलिट्री बैंड को ब्रिटिश मिलिट्री बैंड के इतिहास से जोड़ा जाता है.