बेजुबानों के लिए 'मां' बनी माला, आवारा जानवरों की हैं सहारा
कहते हैं कि इस दुनिया में प्यार से बड़ी कोई दूसरी भाषा नहीं होती. इसी भाषा के जरिए मानव और पशुओं के बीच संवाद कायम कर रही हैं फिल्म अदाकारा माला मल्होत्रा. अपने व्यस्त जीवन से समय निकालकर वे बेजुबानों का सहारा बन रही हैं. साथ ही जानवरों के लिए किये जा रहे उनके कार्य समाज को प्रेरणा भी दे रहे हैं.