दूसरों को 'रौशनी' देने के बाद आज खुद 'अंधेरे' में टिहरी के रहवासी, सरकार से बंधी उम्मीद
पुरानी टिहरी को जल समाधि लिए आज 15 साल पूरे हो गये हैं. इन सालों में यहां बहुत कुछ बदला है. नये स्कूल,बाजार, घंटाघर और हर वो जरूरी चीजें नई टिहरी में बनाई गई जो कि एक घरों के जंगल को शहर बनाती हैं. लेकिन आज भी यहां के लोगों के जहन में अपनी ही टिहरी की यादें बसती हैं. कहते हैं कि जब एक शहर जब डूबता है तो उसके साथ कई यादें, सपने और उम्मीदें भी डूब जाती हैं.कुछ ऐसा ही पुरानी टिहरी के साथ हुआ.