एक थी 'टिहरी', 'जलसमाधि' से चुकाई विकास और आधुनिकता की कीमत
पुरानी टिहरी...एक ऐसा शहर जिसे विकास और आधुनिकता की कीमत चुकाने के लिए जल समाधि लेनी पड़ी.31 जुलाई 2004 ये वो ही दिन था जब पुरानी टिहरी विशालकाय झील के आगोश में समा गई थी. खेत खलिहान, ऐतिहासिक इमारतें, घंटाघर और राजा का दरबार देखते ही देखते पानी की तलहटी में समा गया और जो बचा वो सिर्फ यादों में ही रह गया.