विंटर लाइन कार्निवाल में चढ़ा नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों का नशा, जमकर झूमी मसूरी - Garhratna Narendra Singh Negi
मसूरी विंटर लाइन कार्निवाल की तीसरी शाम उत्तराखंड लोक संस्कृति, लोक कला, लोक परंपराओं और लोक गीतों से गुंजायमान रही. कार्निवाल की शाम गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी के नाम रही. नरेन्द्र सिंह नेगी ने क्या जी बोलूं, स्याली रामदेई, बांध बिजोरा, ठंडो रे ठंडो, बेडू पाको, मेरी डांडी-कांठी का मुलुक, देर होली अबेर होली, धरती हमार गढ़वाल की, कुभज्ञान होलू डांड्यू मां, हिमाली काठी चांदी की बनी गेनी और मेला खोलो मां खोला रोलो मां सहित कई गीत सुनाए. उनके साथ लोग गायिका अनुराधा निराला और अनिल बिष्ट ने भी सुरों का समां बांधा.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:37 PM IST