प्रेमचंद अग्रवाल बोले- राहुल गांधी खुद को कानून से बड़ा समझते हैं, कई मुकदमों के बाद भी असंयमित है भाषा
गुजरात की सूरत कोर्ट से दो साल की सजा मिलने के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई है. इसको लेकर विपक्ष लगातार बीजेपी पर हमलावर हो रखा है. वहीं बीजेपी के मंत्रियों की तरफ से भी कांग्रेस पर लगातार कटाक्ष किया जा रहा है. इसी क्रम में बीजेपी के बड़े नेता और उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का भी बयान आया है. उन्होंने कांग्रेस को एक परिवार के इर्द गिर्द रहकर सिमटने वाली पार्टी बताया. इस दौरान उन्होंने कहा कि राहुल गांधी खुद को कानून से बड़ा समझते हैं, जबकि कानून सबसे लिए समान है. राहुल गांधी पर कई कोर्ट में अवमानना जैसे सात मुकदमे चल रहे हैं, बावजूद इसके उनकी भाषा संयमित नहीं है.
प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि राहुल गांधी न तो अध्यादेश फाड़ने में गुरेज करते हैं और न ही संवैधानिक संस्था का सम्मान करते है. यह राहुल गांधी का अहंकार दर्शाता है. एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकास की तरफ बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस राहुल गांधी को दो वर्ष की सजा पर देशभर में हल्ला कर परिवार प्रेम दर्शा रही है. देश में आपातकाल लगाकर लोकतंत्र खत्म करने वाली कांग्रेस संवैधानिक संस्थाओं के साथ अब कोर्ट पर उंगली उठा रही है. कांग्रेस की सरकार रहते हुए संसद में जिस अध्यादेश को राहुल गांधी ने अहंकार में आकर फाड़ डाला था, अगर वह अध्यादेश पास हो जाता तो राहुल गांधी की सदस्यता रद्द नहीं होती.