सदियों पुरानी परंपरा 'हुड़किया बौल' को आज भी संजोए हुए हैं ये ग्रामवासी
कुमाऊं क्षेत्र में हुड़किया बौल की परंपरा काफी पुरानी है. सिंचित भूमि पर धान की रोपाई के वक्त इस विधा का प्रयोग होता है. जिसमें महिलाएं कतारबद्ध होकर रोपाई करती हैं. उनके आगे लोक गायक हुड़के की थाप पर देवताओं के आह्वान के साथ लोक कथा गाते हैं. इस गीत के माध्यम से बेहतर खेती और सुनहरे भविष्य की कामना की जाती है.