गैराजों में धूल फांक रही है 'किंग ऑफ इंडियन रोड', कभी सियासत और एस्टेस का प्रीतक हुआ करती थी
आधुनिकता के इस दौर में तेजी के साथ चीचें बदलती चली गई और पुरानी वस्तुएं इतिहास बनकर रह गई. एक समय में सियासत और एस्टेस का प्रीतक माने जाने वाली एंबेसडर कार आज इतिहास बन गई है. उत्तराखंड राज्य गठन के समय अंतरिम मुख्यमंत्री नित्यानंद स्वामी के सरकारी काफिले में चमचमाती एंबेसडर कारों के काफिले से सरकार का एक अलग रुतबा हुआ करता था, लेकिन अब एंबेसडर कार के लग्जरी कारों ने ले ली है. सत्ता का परिचय रखने वाली यह कार आज बेकार हो चली है.