जोंक से खून चुसवाना है फायदेमंद, जानिए इसके फायदे
घूमने का शौक सभी को होता है, खासकर पहाड़ों और जंगलों में घूमने का शौक हर किसी को होता हैं. इस दौरान आपको जोंक के चिपकने का भी डर रहता है. जोंक हमारी त्वचा में इस कदर चिपक जाती है कि उसे निकालना आसान नहीं होता. जोंक जब खून चूसकर मोटी हो जाती है तब ये अपना भार सहन नहीं कर पाती और आपके शरीर से गिर जाती है. जोंक निकलने के बाद जब खून का बहना शुरू होता है तब जोंक का पता चलता है. जोंक लगने पर घबराने की जरूरत नही है. इसका इस्तेमाल प्राचीन चिकित्सापद्धति में किया जाता रहा है. इस चिकित्सापद्धति को जलोकावरण और रक्तमोक्षण कहा जाता है.