आधुनिकता के रंग में रंगी दिवाली, चाइनीज लाइटों और पटाखों के शोर ने दीयों रौनक हुई फीकी
भारत में मनाए जाने वाले सभी त्योहारों एक विशेष महत्व होता है. ऐसा ही एक त्योहार है दीपावली जिसकी कहानी प्राचीन काल से जुड़ी हुई है. यही कारण है कि इस पर्व का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्त्व है. साल भर लोगों दीपावली का इंतजार करते है. ये अलग बात है कि लोगों ने आधुनिकता के इस दौर में त्योहार मनाने के तरीके बदल लिए है. मिट्टी के दीयों की जगह चाइनीज लाइटों और पटाखों के शोर ने ले ली है. दीपावली के बाजार पर इस आधुनिकता का क्या प्रभाव पड़ा है इस पर ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट.