इंदिरा हृदयेश ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार और उसके मुखिया के अंदर थोड़ी सी भी गेरत बची है. तो उन्हें स्वयं इस्तीफा दे देना चाहिए. सरकार को इस पूरे घटनाक्रम की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए. उनकी मांग है कि सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. क्योंकि मृतकों की आत्मा इन्हें चैन से गद्दी पर नहीं बैठने देगी.