उत्तरकाशी: असीगंगा घाटी के कफलौं में पर्वतीय क्षेत्रों के विकास पर संवाद के दृष्टिकोण से अन्तर्राष्ट्रीय पर्वत दिवस पर इस वर्ष की थीम 'वूमेन मूव माउंटेन्स' विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई. इस दौरान वक्ताओं ने कहा पर्वतीय क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक और आर्थिक विकास में महिलाओं का विशेष योगदान है. महिलाएं पर्वतीय संसाधनों के प्राथमिक प्रबंधक, जैव विविधता के संरक्षक, पारंपरिक ज्ञान के रखवाली, स्थानीय संस्कृति के संरक्षक और पारंपरिक चिकित्सा के लिए जानकार होती हैं.
इस अवसर असीगंगा घाटी की 11 विशिष्ट महिलाओं सहित प्रगति से प्रकृति के संदेश को लेकर पद्मभूषण डॉ अनिल जोशी के साथ भारत के सात राज्यों में पर्यावरण संरक्षण के लिए उतरकाशी जनपद से साइकिल यात्रा में शामिल रही टीम के सदस्य श्रुति रावत, दीपिका कैंतुरा, विशेश्वर डंगवाल को पर्वत रत्न सम्मान प्रदान किया. साथ ही ग्राम पंचायत थाती धनारी में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिला प्रधान तनुजा चौहान, गोरसाली में प्रधानमंत्री कृषक पुरस्कार प्राप्त काश्तकार जगमोहन चौहान, वरुणावत पर्वत में श्याम स्मृति वन के संस्थापक प्रताप सिंह पोखरियाल सहित जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में विशेष योगदान करने वाले व्यक्तियों को पर्वत रत्न एवं 'पर्वतश्री' सम्मान प्रदान किया गया.
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