उत्तरकाशीः जिला मुख्यालय से महज 4 किमी की दूरी पर ही प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना विभाग (PMGSY) की गलती और लापरवाही ग्रामीणों के लिए खतरा बन गई है. जहां सड़क कटिंग के दौरान मानक के विपरीत हुए कार्यों और सुरक्षा व्यवस्था न होने के कारण बग्याल गांव में करीब डेढ़ फीट मोटी दरारें पड़ गई हैं. इन दरारों से जहां गांव के खेत, मुख्य मार्ग और जलस्रोत क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो वहीं अब आवासीय मकान भी खतरे की जद में आ गए हैं. इसके बावजूद पीएमजीएसवाई और प्रशासन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं कर रहा है.
बग्याल गांव के ग्राम प्रधान प्रथम सिंह नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य पूजा डंगवाल और सुरेंद्र डंगवाल का कहना है कि साल 2018 में कोटबंगला से बग्याल गांव तक सड़क कटिंग का कार्य शुरू हुआ था. जिस पर विभागीय ठेकेदार ने कहा था कि एक साल के भीतर कार्य पूरा हो जाएगा, लेकिन PMGSY विभाग की अनदेखी और ठेकेदार की मनमानी के चलते जहां बीते साल गांव के कुछ मकान भूस्खलन की चपेट में आ गए थे. वहीं इस साल भी सड़क कटिंग में मानकों की अनदेखी के कारण गांव में डेढ़ फीट दरारें पड़ गई हैं.