उत्तरकाशी:पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव लवताड़ी निवासी 60 वर्षीय जगदीश लाल ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिलाधिकारी उसके 1 साल के पोते के लिए देवदूत बनकर आएंगे. जगदीश लाल का पोता केशव (1 वर्ष) हार्निया की बीमारी से पीड़ित है. केशव के मां की पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि पिता पहले ही छोड़कर जा चुके हैं. ऐसे हालात में केशव का सहारा उसके दादा जगदीश लाल ही हैं.
पढ़ें- उत्तराखंड पुलिस के हत्थे चढ़ा समरजहां हत्याकांड का मुख्य आरोपी, उगलेगा कई राज
जगदीश लाल भी अपने दोनों पोतों को पालने के लिए मेहनत मजदूरी करते हैं. वो भी ऐसे गांव में जहां ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. गरीबी के कारण वह अपने पोते केशव का इलाज करवाने में असमर्थ हैं. इन परिस्थितियों में जगदीश लाल और उसने पोते केशव के लिए उत्तरकाशी डीएम आशीष चौहान देवदूत बनकर आए.