उत्तरकाशी:यमुनोत्री हाईवे पर चारधाम ऑल वेदर रोड परियोजना के तहत बन रही करीब 4.5 किमी लंबी सुरंग का निर्माण दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. टनल का निर्माण कर रही कंपनी राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के अधिकारियों का दावा है कि दिसंबर तक वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी जाएगी. इस टनल का निर्माण सिलक्यारा बैंड से लेकर पोल गांव तक किया जा रहा है.
यमुनोत्री हाईवे पर ऑल वेदर रोड परियोजना की टनल का कार्य दिसंबर तक होगा पूरा, जानिए क्या हैं फायदे - टनल
सीमांत जनपद उत्तरकाशी के लोगों के लिए अच्छी खबर है. यमुनोत्री हाईवे पर बन रही टनल का कार्य दिसंबर तक पूरा हो जाएगा. जिसके लिए एनएचआईडीसीएल कंपनी युद्ध स्तर से जुटी हुआ है. टनल के बनने से लोगों को अतिरिक्त दूरी नहीं नापनी पड़ेगी.
सुरंग के निर्माण से जिस दूरी के लिए करीब दो घंटे वाहन चालकों को लगते थे, वहां मात्र पांच मिनट की दूरी में सफर तय हो जाएगा. यमुनोत्री हाईवे पर करीब 7 हजार फीट की ऊंचाई पर बसे राड़ी टाॅप से बरसात और बर्फबारी के दौरान उत्तरकाशी से यमुना घाटी का सफर मुश्किल होता है. वहीं चारधाम यात्रा के दौरान भी बड़कोट से राड़ी टॉप के बीच में सबसे अधिक जाम की स्थिति बनती है. इस स्थिति से निपटने के लिए भारत सरकार ने यमुनोत्री हाईवे पर सिलक्यारा बैंड से पोल गांव तक 4.5 किमी लंबी सुरंग की स्वीकृति प्रदान की. साल 2019 में एनएचआईडीसीएल ने करीब 850 करोड़ की लागत से सिलक्यारा की ओर से पहाड़ी के भीतर सुरंग निर्माण के लिए कटान शुरू किया था.
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यह सुरंग करीब 12 मीटर चौड़ी डबल लेन है. एनएचआईडीसीएल के महाप्रबंधक कर्नल दीपक पाटिल का कहना है कि दिसंबर माह तक सुरंग का निर्माण पूरा कर दिया जाएगा. अभी टनल कटिंग का करीब 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है. वहीं इस टनल के निर्माण से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बीच करीब 27 किमी की दूरी कम होगी. वहीं बड़कोट से उत्तरकाशी आने-जाने के लिए राड़ी टॉप में चालकों को जो करीब दो घंटे का समय लगता था, टनल में आवाजाही शुरू होने के बाद यह दूरी मात्र पांच मिनट में पूरी हो जाएगी. दिसंबर माह में टनल के भीतर से वाहनों की आवाजाही शुरू करवा दी जाएगी.