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गंगोत्री यमुनोत्री में बर्फबारी का दौर जारी, हर्षिल घाटी में सेब काश्तकारों की बढ़ी परेशानी

उत्तरकाशी जिले के सीमांत क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर जारी है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में भी बर्फबारी हो रही है. जिसके कारण यात्रा तैयारियों पर भी असर पड़ा है. वहीं, हर्षिल घाटी में अप्रैल में हुई बर्फबारी के बाद सेब काश्तकार मायूस हैं.

snowfall in harshil valley
गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बारिश और बर्फबारी

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Published : Apr 19, 2023, 3:44 PM IST

गंगोत्री यमुनोत्री में बर्फबारी का दौर जारी

उत्तरकाशी: जनपद में बीते मंगलवार देर रात मौसम ने करवट बदली. बुधवार को जहां जिला मुख्यालय सहित गंगा-यमुना घाटी के निचले इलाकों में बारिश जारी है, तो वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दोपहर बाद से भारी बर्फबारी जारी है. बुधवार को गोमुख ट्रैक पर जाने वाले 2 ट्रैकर्स को बर्फबारी के चलते आधे रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा.

गंगोत्री-यमुनोत्री में बर्फबारी जारी: जनपद मुख्यालय सहित सभी तहसीलों में बुधवार सुबह से लगातार बारिश जारी है. गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दोपहर बाद से भारी बर्फबारी जारी है. इस कारण दोनों धामों में यात्रा तैयारियों पर भी असर देखने को मिल रहा है. वहीं, गोमुख ट्रेक सहित तपोवन, केदारताल में भी बर्फबारी हो रही है. गंगोत्री नेशनल पार्क से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह 2 ट्रेकर्स गोमुख के लिए निकले थे, जिन्हें ट्रेक पर भारी बर्फबारी के चलते वापस लौटना पड़ा. बर्फबारी और बारिश के कारण तापमान में भारी गिरावट देखने को मिली.
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बर्फबारी से सेब काश्तकार निराश: बर्फबारी और बारिश के कारण लोगों ने एक बार फिर से गर्म कपड़े बाहर निकाल लिये हैं. इसके साथ ही हर्षिल घाटी सहित दयारा बुग्याल व डोडीताल सहित मोरी के ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हो रही है. हर्षिल घाटी में अप्रैल माह में बर्फबारी होने से सेब काश्तकार मायूस नजर आ रहे हैं. हर्षिल प्रधान दिनेश रावत ने बताया यह सेब की फ्लावरिंग का समय है.

सेब के फूलों को जलाएगा पाला: वहीं, मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि आने वाले दो दिन बारिश और बर्फबारी जारी रहेगी. ऐसी स्थिति में अगर हर्षिल घाटी में बर्फबारी अधिक होती है, तो सेब के पेड़ों पर बर्फ ‌टिक जाएगी. इस बर्फ में मौसम खुलने के बाद पाला जमता है, जो कि सेब के फूलों को जला देता है. ऐसी स्थिति में अगर फूल जल जाते हैं, तो काश्तकारों को सेब उत्पादन में बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा.

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