उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

देवास्थानम बोर्ड के ई-पास को लेकर यात्री परेशान, होटल एसोसिएशन ने की राहत देने की मांग - E-pass of Uttarakhand Devasthanam Board

चारधाम यात्रा शुरू होने के बाद यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. होटल एसोसिएशन का कहना है कि यात्रियों की सीमित संख्या है साथ ही नियमों के सरलीकरण की मांग की है.

uttarakhand
देवास्थानम बोर्ड के ई-पास को लेकर यात्री परेशान.

By

Published : Sep 24, 2021, 8:20 AM IST

उत्तरकाशी:उत्तराखंड चारधाम यात्रा की शुरुआत 18 सितंबर से हो गई है, जिसके बाद से ही यात्रा के लिए देवस्थानम् बोर्ड की वेबसाइट पर ई-पास जारी किए जा रहे हैं. लेकिन यात्रा का प्रचार-प्रसार और व्यवस्थाओं की कमी के कारण चारधाम यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यात्रियों का कहना है कि वह वैक्सीनेशन और अन्य फॉर्मेलिटी पूरी करके आ रहे हैं. यहां आकर देवास्थानम बोर्ड के ई-पास का पता लग रहा है. लेकिन उस पर भी स्लॉट उपलब्ध नहीं हो रहे हैं.

वहीं, होटल एसोसिएशन का कहना है कि यात्रियों की सीमित संख्या है, साथ ही यात्रियों को कई स्थानों पर परेशान होना पड़ रहा है. अगर सरकार नियमों में सरलीकरण नहीं होता है तो विश्व पर्यटन दिवस के दिन यात्रा से जुड़े होटलों को बंद करके विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा. बता दें कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा शुरू कर दी है. लेकिन यात्रा को लागू किए गए नियमों की पूरी जानकारी यात्रियों को उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है. कोलकाता से आए यात्री ने बताया कि वह इतनी दूर से चारधाम यात्रा के लिए यमुनोत्री धाम के लिए बड़कोट दोबाटा पहुंचे, पहुंचने के बाद देवास्थानम् बोर्ड का पास नहीं है. अब पहले ई-पास बनाना होगा.

पढ़ें-चारधाम यात्रा: 69 हजार से ज्यादा लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन, 6059 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

यात्रियों का कहना है कि देवास्थानम के ई- पास की जानकारी हरिद्वार में मिल रही है. सरकार ने देश स्तर पर किसी भी प्रकार की जानकारी को प्रसारित नहीं किया गया है.वहीं यात्रा शुरू होने पर जिला होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा और सचिव रविन्द्र नेगी और होटल व्यवसायी सुभाष कुमाई का कहना है कि सरकार ने पहले ही सीमित संख्या चारों धामों में रखी है. उसके बाद कई प्रकार की ऑनलाइन प्रक्रियाओं से चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों और टूर ऑपरेटरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details