उत्तरकाशी:जनपद के पौराणिक बाड़ाहाट के थोलु यानी माघ मेले का मंगलवार को विधिवत शुभारंभ हुआ. मेले का शुभारंभ बाड़ाहाट के आराध्य देव कंडार देवता और बाड़ागड्डी के आराध्य देव हरी महाराज की अनुमति के साथ हुआ. बाड़ाहाट का थोलु जिले का पौराणिक मेला है. यह मेला भारत और तिब्बत व्यापार का प्रतीक माना जाता है. साथ ही कहा जाता है कि पौराणिक समय में तिब्बत और जिले के व्यापारी बाड़ाहाट में वस्तु विनियम का प्रणाली से व्यापार करते थे. वहीं समय बदलने के साथ यह भौतिकता की ओर बढ़ने लगा.
बाड़ाहाट के थोलु मेले की शुरुआत. यह भी पढ़ें:गिरफ्तार डीएसपी 26 जनवरी के लिए रच रहा था बड़ी आतंकी साजिश, जांच में मिले संकेत
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सहित राज्य के काबीना मंत्री धन सिंह रावत ने शिरकत की. इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने सभी अतिथियों का स्वागत किया. वहीं मेले में जनपद के विभिन्न गांव से देव डोलियों ने भी शिरकत की. जहां पर मेलार्थियों ने देव डोलियों का आशीर्वाद लिया. जनपद के सभी तहसीलों के गांव के ग्रामीण मेले में शिरकत पहुंचते हैं.
बाड़ाहाट के थोलु मेले की शुरुआत. इस मौके पर देश की सीमा पर शहीद हुए शहीदों के परिजनों को भी सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भारत देश 365 दिनों में 366 त्योहार मनाने वाला देश है. साथ ही उन्होंने सभी जनपदवासियों को माघ मेले की शुभकामनाएं दीं. साथ ही गंगोत्री विधायक गोपाल रावत ने कहा कि बाड़ाहाट का थोलु उत्तरकाशी जनपद की समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है.