देहरादून: यमुनोत्री विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण पर एसआईटी जांच के मामले में कांग्रेस ने बीजेपी पर गम्भीर आरोप लगाए हैं. शासन की ओर से दीपक बिजल्वाण पर एसआईटी जांच के आदेश के बाद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश गोदियाल उनके बचाव में आ गए हैं.
गोदियाल का कहना है कि जब तक बिजल्वाण कांग्रेस में शामिल नहीं हुए थे, तब तक बीजेपी के लोग उनके दरवाजे पर रोज खड़े थे कि पार्टी में शामिल हो जाओ, लेकिन अब जब वह कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं, तो बीजेपी ने उन पर जांच बैठा दी है. गोदियाल ने कहा कि जो बीजेपी में जाएगा और पाक साफ हो जाएगा और कांग्रेस में आएगा उस पर जांच बैठा दी जाएगी.
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गणेश गोदियाल ने कहा कि दीपक बिजल्वाण के यमुनोत्री विधानसभा सीट से कांग्रेस बनते ही बीजेपी राजनीतिक दुर्भावना के साथ उनके साथ दुर्व्यवहार कर रही है. पहले भी बिजल्वाण पर आरोप लगे और जांच की गई, लेकिन उसके बाद भी उन पर आरोप सिद्ध नहीं हो पाए. इसलिए बीजेपी कितनी भी जांच करवा ले, वह एक बार फिर निर्दोष साबित होंगे.
वहीं, EVM और पोस्टल बैलेट में गड़बड़ी को लेकर कांग्रेस ने चुनाव आयोग से जो शिकायत की है, उसे बीजेपी ने कांग्रेस की हार का डर बताया है. इस पर गणेश गोदियाल ने कहा कि हार और जीत तो अब बैलेट में कैद हो चुकी है, लेकिन यदि कोई अधिकारी, कर्मचारी और बीजेपी का नेता EVM और पोस्टल बैलेट के साथ कुछ गड़बड़ी करता है तो उसकी शिकायत चुनाव आयोग से जरूर की जाएगा. विपक्ष और अपने हितों के नाते उसका विरोध करना कांग्रेस का हक है. कांग्रेस को लग रहा है कि पोस्टल बैलेट में कुछ गड़बड़ी हो सकती है. इसीलिए उन्होंने चुनाव आयोग से पूरे मामले की शिकायत की.
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क्या है मामला:बता दें कि जिला पंचायत उत्तरकाशी विभिन्न निर्माण कार्यों को लेकर पूर्व में कई बार सवालों के घेरे में आ चुकी है. इस संबंध में शिकायतें शासन तक भी पहुंचीं थी. शिकायतों पर शासन ने पहले उत्तरकाशी के जिलाधिकारी और फिर मंडलायुक्त से जांच कराई थी. जांच में प्रथम दृष्ट्या आरोप सही पाए गए थे. इसके लिए उत्तरकाशी जिला पंचायत के तत्कालीन प्रभारी अपर मुख्य अधिकारी अभियंता संजय कुमार और जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण को जिम्मेदार ठहराया गया था.
इसके बाद शासन ने दीपक बिजल्वाण को अक्टूबर 2021 में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. उनके जवाब को संतोषजनक न पाने पर इसी जनवरी महीने में इस प्रकरण की एसआइटी जांच कराने का निर्णय लिया गया था. जांच प्रभावित न हो इसके लिए दीपक बिजल्वाण को जिला पंचायत अध्यक्ष उत्तरकाशी के पद से भी हटा दिया गया था.
वहीं, चुनाव नजदीक होने के कारण एसआइटी गठित नहीं हो पाई थी. अब शासन ने एसआइटी गठित कर दी है. एसआइटी के अन्य सदस्यों में पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी प्रदीप राय, पुलिस अधीक्षक सीआइडी देहरादून और पंचायती राज विभाग से नोडल अधिकारी के रूप में एक अन्य सदस्य को शामिल किया गया है.