उत्तरकाशी:द्रौपदी का डांडा-2 में एवलॉन्च हादसे में अभी भी 20 पर्वतारोही फंसे हैं. हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोही दल के सदस्यों के बचाव के लिए जम्मू कश्मीर के हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग के जांबाजों को उतारा गया है. उत्तरकाशी एवलॉन्च में अब तक 10 शव बरामद हुए हैं. 14 पर्वतारोहियों का रेस्क्यू किया गया है. 20 लापता लोगों की तलाश जारी है. उत्तरकाशी आपातकालीन संचालन केंद्र के मुताबिक बरामद शवों में से केवल दो शवों की शिनाख्त हो पाई हैं, जो निम की महिला प्रशिक्षक हैं.
आईटीबीपी पीआरओ विवेक पाण्डेय के मुताबिक ऊंचाई पर बने एडवांस हेलीपैड, बचाव कार्य के लिए हेलीकॉप्टर रवाना किए गए हैं. डेडबॉडी बेस पर मौजूद हैं, उनमें से कुछ को आज नीचे लाने की उम्मीद है. खराब मौसम के कारण रेस्क्यू में बाधा उत्पन्न हो रही है. बता दें कि, भारतीय वायुसेना ने उत्तराखंड हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोहियों को बचाने के लिए आज तड़के अभियान फिर से शुरू किया है. IAF, सेना और HAWS टीम के कर्मियों को बचाव कार्यों के लिए विभिन्न स्थानों पर विशेष उपकरणों के साथ शामिल किया गया है.
गुलमर्ग की टीम क्यों है खास?: जम्मू कश्मीर हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग के जवानों को ऊंचे पर्वतों में बर्फीली चोटियों पर ड्यूटी करने और बर्फीले तूफानों से बचाव की ट्रेनिंग दी जाती है. केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से एचएडब्ल्यूएस के 16 सदस्यीय जवानों को हिमस्खलन में फंसे पर्वतारोहियों को निकालने के लिए भेजा गया है. बुधवार देर रात को एचएडब्ल्यूएस के जवान देहरादून पहुंच गए थे.