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उत्तरकाशी आपदाः नुकसान का जायजा लेने पहुंची सचिवालय टीम, तैयार करेगी रिपोर्ट

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Published : Sep 7, 2019, 6:24 PM IST

उत्तराखंड सचिवालय की 7 सदस्यीय टीम उत्तरकाशी के आराकोट बंगांण के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचकर नुकसान का जायजा ले रही है. ग्रामीणों ने बताया कि आपदा से उनकी सेब की नकदी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. ऐसे में आर्थिकी का संकट गहरा गया है.

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पुरोलाः बीते 18 अगस्त को आराकोट बंगाण क्षेत्र में आई आपदा के बाद उत्तराखंड सचिवालय की 7 सदस्यीय टीम ने आपदा ग्रस्त क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान टीम ने आपदा से तबाह हुए मकानों, कृषि भूमि, सेब बगीचों, फसलों और जनहानी का जायजा लिया. ये टीम एक हफ्ते तक आपदा ग्रस्त क्षेत्र में हुए नुकसान और हालात में सुधार की रिपोर्ट तैयार करेगी. वहीं, टीम रिपोर्ट जल्द ही शासन को भेजेगी.

गौर हो कि, बीते 18 अगस्त को मोरी तहसील के कोठीगाड़ पट्टी के आराकोट बंगाण क्षेत्र के टिकोची, माकुड़ी, चिंवा, डगोली, किराणु, मौंड़ा, गोकुल, मोल्डी, दूचाणू समेत अन्य गांवों में बादल फटने की घटना हुई थी. जिससे भारी तबाही मची थी. माकुड़ी में कई मकान जमींदोज गए.

जिसमें कुछ लोग जिंदा दफन हो गए. वहीं, माकुड़ी नदी के उफान पर आने से टिकोची कस्बे में सैलाब आ गया. जिससे कई वाहन बह गए. आपदा से माकुड़ी और आराकोट में कई लोग काल-कलवित हो गए. साथ ही अभी भी कई लोग लापता हैं.

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शनिवार को सचिवालय की 7 सदस्यीय टीम ने प्रभावित गांवों में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की. साथ ही माकुड़ी, डगोली, मलाना, टिकोची, बरनाली, गोकुल, धारा, झोटाड़ी, जागटा, मौंडा गांव का मुआयना किया. इस दौरान पीड़ित परिवारों ने टीम को अपनी परेशानियों से अवगत कराया. साथ ही आपदा से हुए नुकसान को बताया.

ग्रामीणों ने बताया कि आपदा से उनकी सेब की नकदी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है. ऐसे में आर्थिकी का संकट गहरा गया है. जागटा गांव के आपदा पीड़ित हरीश चौहान, राजेंद्र सिंह ने बताया कि टीम दो दिन से माकुड़ी, बरनाली, टिकोची, डगोली, मोल्डी आदि गांव में नुकसान का जायजा ले रही है. साथ ही सड़क के क्षति का भी मुआयना कर रही है. शनिवार को टीम मोंडा, झोटाड़ी गांव में थी.

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वहीं, अनु सचिव डीएस चौहान ने बताया कि शासन की 7 सदस्यीय टीम सभी प्रभावित गांवों का मुआयना कर नुकसान का जायजा ले रही है. आपदा ग्रस्त क्षेत्रों में पीड़ितों की समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारी लेकर रिपोर्ट तैयारी की जा रही है. जिसे तैयार कर मुख्यमंत्री को सौंपी जायेगी.

उन्होंने कहा कि शासन का पहला और मुख्य उदेश्य सड़क मार्ग को दुरस्त करना है. जिससे किसानों की बर्बाद हो रहे सेब को मंडियों तक भेजा जा सके. वहीं, टीम में जीतमणी पैन्यूली, राकेश महर, राजीव नयन पांडे, ललित जोशी, राजेंद्र प्रसाद जोशी, राजेंद्र रतूड़ी आदि शामिल रहे.

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