उत्तरकाशी/बेरीनाग:मॉनसून सीजन में पहाडों के दरकने के सिलसिला लगातार जारी है. नेशनल हाईवे जगह-जगह बंद हो रहे हैं, जिस कारण स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे समय में एसडीआरएफ के जवान स्थानीय लोगों के लिए देवदूत बनकर सामने आ रहे हैं.
भटवाड़ी के पास घंटों बाधित रहा गंगोत्री हाईवे. बता दें, शनिवार सुबह गंगोत्री हाईवे मलबा आने के कारण भटवाड़ी के पास बाधित हो गया था, जहां पर सूचना मिलने पर पहुंचे एसडीआरएफ के जवानों ने बीआरओ के साथ सड़क सुचारू करने में अहम भूमिका निभाई. साथ ही पहाड़ी से गिर रहे मलबे के बीच स्थानीय लोगों को सुरक्षित आवाजाही करवाई. वहीं, दोपहर बाद सड़क खुलने पर वाहनों को सुरक्षित भूस्खलन जोन से पास करवाया.
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मॉनसून सीजन में एसडीआरएफ के जवान सभी खतरों का सामना करते हुए अपनी जान जोखिम में डालकर स्थानीय लोगों की मदद कर रहे हैं, जिससे कि स्थानीय लोगों या राहगीरों को किसी प्रकार की दिक्कतों का सामना न करना पड़े. इससे पहले यमुनोत्री हाईवे बंद होने पर भी एसडीआरएफ के जवानों ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित आवाजाही करवाई थी.
भारी बारिश में मकान क्षतिग्रस्त, पीड़ित ने लगाई मदद की गुहार
वहीं, बेरीनाग के पांखू क्षेत्र के शेरखाना गांव के 71 वर्षीय गोपाल राम का दो सप्ताह पूर्व बारिश के कारण मकान धवस्त हो गया था. लेकिन अभी तक पीड़ित परिवार को सरकार से कोई मदद नहीं मिलने पर गोपाल राम शनिवार को धवस्त मकान के सामने ही धरने पर बैठ गए. उन्होंने सरकार से मदद की अपील की है.
भारी बारिश में मकान क्षतिग्रस्त. इस मामले में नायब तहसीलदार हिमांशु जोशी ने बताया कि राजस्व उप निरीक्षक की रिपोर्ट में मकान आपदा के मानकों में नहीं आ रहा है. उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जायेगी और आपदा के मानकों के अनुसार ही मदद की जायेगी.