चमोली/श्रीनगर:प्रदेश में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारी बारिश से नदी नाले उफान पर बह रहे हैं. वहीं, मकान जमींदोज होने से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. साथ ही कई संपर्क मार्ग बाधित होने से लोग घरों में कैद हो गए हैं. बात श्रीनगर की करें तो ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे चमधार के पास भूस्खलन से बाधित हो गया है. हाईवे बाधित होने से कई लोग फंसे हुए हैं. राहत की बात ये है कि गौचर से पीपलकोटी तक का बदरीनाथ हाईवे खुल गया है. चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने ये जानकारी दी है.
पौड़ी में मूसलाधार बारिश के चलते देवप्रयाग और ऋषिकेश को जाने वाली मुख्य सड़क ही सीएमओ और लोक निर्माण विभाग कार्यालय के पास पूरी तरह से ही क्षतिग्रस्त हो गई है. जिसकी वजह से इस सड़क पर भारी वाहनों की आवाजाही को पुलिस प्रशासन द्वारा प्रतिबंधित कर दिया गया है और भारी वाहनों के लिए रूट को डायवर्ट करते हुए अब भारी वाहनों को सर्किट हाउस से कंडोलिया और बुआखाल होते हुए भेजा जा रहा है.
वहीं जिले में सतपुली के पास और श्रीनगर के वैक्लपीक मार्ग में भी भारी भूस्खलन हुआ है. साथ ही 5 अन्य मुख्य मार्गो पर भूस्खलन होने से मार्गो पर यातायात प्रभावित हुआ है. फिलहाल भूस्खलन से बाधित हुए मार्गो को खोलने की मशक्कत की जा रही है. श्रीनगर में बड़ी संख्या में यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है. श्रीनगर के 23 होटलों में इस समय 902 यात्रियों को रोका गया है, जिन्हें बाद में श्रीनगर से नीचे की ओर भेजा जाएगा.
गौर हो कि भारी बारिश से अलकनंदा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. वहीं, तोताघाटी, तीनधारा में मार्ग तो खुला हुआ है, लेकिन इन जगहों पर पहाड़ी से रुक-रुककर पत्थर गिर रहे हैं. जो खतरे का सबब बने हुए हैं. पौड़ी जिलाधिकारी डॉ. विजय ने कहा कि किसी भी यात्री से होटल संचालक अधिक किराया न लें, वरना सख्त कार्रवाई की जाएगा. उन्होंने कहा कि आपदा की स्थिति के लिए प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.