उत्तरकाशी: कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के बीच पूरा देश 3 मई तक लॉकडाउन है. ऐसे में पहाड़ के सैकड़ों युवा दूसरे प्रदेशों में फंसे हुए हैं. रोजगार खत्म होने के चलते युवा अब वापस अपने घरों का रुख करने लगे हैं. लेकिन लॉकडाउन के चलते वापस आने में असमर्थ हैं.
उत्तरकाशी के वरुणा घाटी के हर गांव से कई युवा दूसरे प्रदेशों में नौकरी करते हैं. वरुणा घाटी के लोगों का कहना है कि दूसरे प्रदेशों में रोजी-रोटी की तलाश में गए पहाड़ के युवा लॉकडाउन के चलते असहाय हो गए हैं.
अपनों के इंतजार में वरुणा घाटी के लोग ये भी पढ़ें:चारधाम यात्रा: खुल गए बाबा केदार के कपाट, पीएम मोदी के नाम से हुई पहली पूजा
ग्राम पंचायत साल्ड की प्रश्नी देवी कहती हैं कि उनके बेटे को सरकार किसी तरह घर वापस पहुंचा दे. प्रशासन उनके बच्चों को मुसीबत से निकाल कर वापस घरों तक पहुंचाने के बाद क्वारंटाइन कर सकता है. ग्राम प्रधान साल्ड संजू नेगी का कहना है कि उनके गांव से करीब 20 युवा दूसरे प्रदेशों में नौकरी करते हैं. ऐसे में सरकार उनके परिजनों की पीड़ा समझते उन्हें वापस लाए.