पुरोला: मोरी विकासखंड की अधिकांश सड़कें चलने लायक नहीं है. वहीं, इस विकासखंड की सड़कें विभागीय आला अधिकारियों के लिए कामधेनु बनी हुई है. कई सड़कें ऐसी हैं, जहां सड़कों की लागत से अधिक मरम्मत के नाम पर खर्च कर दी गई है. बावजूद इसके इन सड़कों पर सफर करना जान हथेली में रखने जैसा है.
मोरी विकासखंड की सीमांत क्षेत्र लीवाडी फिताड़ी, राला, कासला, रेकचा, हरिपुर गांव की एकमात्र सड़क है. जिसका निर्माण कार्य 2013 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत शुरू किया गया था. 7 साल बीत जाने के बावजूद भी यह सड़क अभी तक चलने लायक नहीं बन पाई है. इतना ही नहीं इन 7 सालों में दो विभाग बदल दिए गए हैं, लेकिन अभी तक एक स्थाई पुल के लिए जगह का चयन नहीं हुआ है.