उत्तरकाशी: उत्तराखंड में पिछले साढ़े 4 सालों में 3 मुख्यमंत्री बदलने पर गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने इसे चारों धामों के पुरोहितों का अभिशाप बताया है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा है कि अगर सरकार जल्द देवस्थानम बोर्ड भंग नहीं करती है तो 2022 में ऐसा अभिशाप लगेगा कि एक भी विधायक जीत नहीं पाएगा.
दरअसल गंगोत्री-यमुनोत्री और बदरी-केदार चारों धाम के पुरोहित त्रिवेंद्र सरकार से पारित देवस्थानम बोर्ड का विरोध कर रहे हैं. हालांकि पद संभालते ही तत्कालीन सीएम तीरथ सिंह रावत ने घोषणा की थी कि देवस्थानम बोर्ड को भंग किया जाएगा. लेकिन उसके बाद भी सरकार ने कोई उचित कदम नहीं उठाया. इसी के मद्देनजर चारों धाम के पुरोहित प्रदेश सरकार के खिलाफ क्रमिक अनशन पर हैं.