उत्तरकाशी: लॉकडाउन के चलते जनपद में कई शादियां कैंसिल हो गई हैं. वहीं जहां कुछ शादियां हो भी रही हैं, उनमें प्रशासन सिर्फ चार-पांच लोगों को ही आने की अनुमति दे रहा है. वहीं फोटोग्राफी व्यवसाय पर दोहरी मार पड़ी है. फोटोग्राफरों के अनुसार इस साल अप्रैल और मई महीने में उनका पीक सीजन था. सभी फोटोग्राफरों के पास शादियों की बुकिंग की भरमार थी, लेकिन इस पीक सीजन में लॉकडाउन ने फोटोग्राफर का रोजगार छीन लिया है. अब इसके बाद शादियों का सीजन नवंबर, दिसंबर में आएगा.
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फोटोग्राफर एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि उनके एसोसिएशन में 75 से 80 फोटोग्राफर जुड़े हैं. साथ ही अन्य भी कई फोटोग्राफर हैं. जिनमें एक फोटोग्राफर के पास पांच से अधिक शादियों की बुकिंग थी. लेकिन लॉकडाउन में अनुमानित करीब 200 से अधिक शादियों के कैंसिल होने के कारण उनके सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया है.
अब नवंबर, दिसंबर तक उनके पास किसी भी प्रकार का रोजगार नहीं है. वहीं कोरोना की स्थिति को देखते हुए भी फोटोग्राफर अभी भी चिंतित हैं कि अगर ऐसी ही स्थिति बनी रहती है तो उनके लिए यह लॉकडाउन बहुत लंबा हो सकता है.
वहीं फोटोग्राफर एसोसिएशन के सचिव दिनेश नौटियाल का कहना है कि यह लॉकडाउन सबके लिए दो महीने का है, लेकिन फोटोग्राफर व्यवसायियों के लिए यह लॉकडाउन सात से आठ महीने का हो गया है. शादियों के अलावा फोटोग्राफर को अन्य बुकिंग भी फोटो शूट के लिए मिलती थी. साथ ही अगर नवंबर, दिसंबर के शादी सीजन पर भी कोरोना की मार पड़ती है तो उनके रोजगार पर दोहरी मार पड़नी तय है. जिसको लेकर फोटोग्राफर चिंतित दिख रहे हैं.