पुरोला: जिले में आजकल सेब की पैदावार काफी ज्यादा तादाद में हो रही है. बावजूद इसके ये सेब मार्केट में नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के सुदूरवर्ती इलाके मोरी ब्लॉक के नुराणू गांव से सामने आया है. जहां ग्रामीण अपने सेब को लेकर उफनती रूपीन नदी को महज एक ट्रॉली के सहारे पार करने को मजबूर हैं. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि नदी पार करते वक्त ट्रॉली का संतुलन बिगड़ने का डर लगातार बना रहता है, अगर जरा सी चूक हुई तो सेब के साथ वे भी उफनती नदी में गिर जाएंगे.
बता दें कि मोरी ब्लॉक के नुराणू गांव में लगभग 80 परिवार रहते हैं. नुराणू गांव के लिए बना लकड़ी का पुल पिछले साल बरसात में बाढ़ की भेंट चढ़ गया था. जिसके बाद से ग्रामीण यहां पर पुल बनाने की मांग शासन-प्रशासन से करर रहें हैं. लेकिन कोई किसी ने उनकी सुध नहीं ली. हालांकि, लोक निर्माण विभाग ने ग्रामीणों की आवाजाही के लिए ट्रॉली की व्यवस्था कर दी थी. बावजूद ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.