उत्तरकाशीः पुरोला में मुस्लिम समुदाय के तीन परिवारों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर उनकी दुकानें खुलवाने का आग्रह किया है. उन्होंने इस संबंध में व्यापार मंडल से भी मुलाकात की है. दूसरी ओर पुलिस ने शहर में शांति माहौल बनाए रखने के लिए व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. पुलिस ने बीते रविवार को दुकानों पर पोस्टर लगाने वाले अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुरोला नगर में 9 दुकान मालिकों ने अपने दुकानें खाली करवाने का ऐलान कर दिया है.
दरअसल, बीती 26 मई को पुरोला में दो युवकों की ओर से हिंदू नाबालिग लड़की को भगाने की कोशिश की गई थी. नजीमाबाद निवासी उबैद (पुत्र अहमद) और जितेंद्र सैनी (पुत्र अत्तर सैनी) को इस मामले में गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया गया था. दोनों पर आईपीसी की धारा 363 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. ये दोनों लड़के यूपी के रहने वाले हैं और पुरोला में स्थानीय रजाई-गद्दे की दुकान पर काम करते थे.
इस घटना के बाद से उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. सोमवार को मुस्लिम समुदाय के व्यापारियां बाल खां, अशरफ, मोहम्मद रईस ने एसडीएम देवानंद शर्मा को ज्ञापन सौंपा. उनका कहना था कि करीब एक हफ्ते से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन उनकी दुकानें बंद पड़ी हैं, जिससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है. इसलिए सुरक्षा के बीच उनकी दुकानें खुलवाई जाएं.
अभी माहौल खराब, दुकान खोलने पर बढ़ सकता है तनावःइसके अलावा मुस्लिम समुदाय के व्यापारियों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष बृजमोहन सिंह चौहान से मुलाकात कर दुकानें खुलवाने का अनुरोध भी किया. जिस पर बृजमोहन सिंह चौहान ने कहा कि अभी माहौल खराब है. अगर वो दुकानें खोलते हैं तो इससे तनाव और बढ़ सकता है.
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