पुरोला:27 साल के लंबे इंतजार के बाद रवांई घाटी के हजारों छात्रों को सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है. दरअसल, इस साल से ही बर्फीया लाल जुवांठा राजकीय महाविद्यालय पुरोला में एमएससी की कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. जिससे छात्रों को सैकड़ों किलोमीटर दूर देहरादून और उत्तरकाशी जाने से छुटकारा मिल जाएगा. उच्च शिक्षा निदेशालय ने तीन विषयों के साथ इस सत्र से एमएससी की क्लासेस शुरू करने का निर्णय लिया है. जिसके लिए निदेशालय स्तर से चार सदस्यीय पैनल महाविद्यालय में मुआयना करने पहुंच गया है.
MSC की क्लासेस को मिली हरी झंडी साल 1993 में स्थापित राजकीय महाविद्यालय को सरकार ने एक बड़ी सौगात दी है. श्री देव सुमन विश्वविद्यालय द्वारा संचालित महाविद्यालय में आगामी सत्र से पीजी जन्तु विज्ञान, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान विषयों के संचालन को हरी झंडी मिल गई है.
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बर्फिया लाल जुवांठा राजकीय महाविद्यालय में तीनों विषयों में 20 -20 सीटों पर इस सत्र से छात्र प्रवेश ले सकेंगें. जिसके लिए निदेशालय स्तर से संबंधित विषयों के चार एक्सपर्टस ने महाविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का मुआयना किया. अब पुरोला, मोरी, बड़कोट के छात्रों को एमएससी करने के लिए देहरादून और उत्तरकाशी नहीं जाना पड़ेगा.
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महाविद्यालय में एमएससी की कक्षाएं शुरू होने से जहां बीएससी के बाद अपनी खराब आर्थिकी के चलते होनहार बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर पाते थे, वे अब अपने ही क्षेत्र में पढ़ाई कर सकेंगे. साथ ही इस फैसले से अभिभावकों को भी राहत मिलेगी.